देश में कोरोना की दूसरी लहर की आशंकाओं को सही साबित करते हैं ये आंकड़े
क्या है खबर?
भारत में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं और फरवरी में महाराष्ट्र और पंजाब में मामलों में मामूली उछाल के साथ शुरू हुई वृद्धि अब अन्य कई राज्यों में भी देखने को मिल रही है।
इस वृद्धि को विशेषज्ञ देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर शुरू होने का संकेत मान रहे हैं।
आइए आपको चार ऐसे आंकड़े बताते हैं जो दूसरी लहर की इन आशंकाओं को बल देते हैं।
#1
राष्ट्रीय स्तर पर औसत दैनिक मामलों की संख्या बढ़ी
फरवरी के दूसरे हफ्ते के बाद से ही देश में दैनिक मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है और पहली लहर के अंत के बाद से अब तक औसत दैनिक मामलों की संख्या में 67 प्रतिशत वृद्धि आ चुकी है।
जहां 11 फरवरी को खत्म हुए हफ्ते में दैनिक मामलों का औसत 10,988 मामले था, वहीं 10 मार्च को खत्म हुए हफ्ते में यह औसत 18,371 मामले प्रति दिन पर पहुंच गया।
यह उछाल दूसरी लहर का स्पष्ट संकेत है।
डाटा
देश में बीते दिन मिले 23,285 संक्रमित
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 23,285 नए मामले आए और 117 मरीजों की मौत हुई। अब देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,13,08,846 है। इनमें से 1,58,306 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1,97,237 हो गई है।
#2
कई राज्यों में राष्ट्रीय औसत से अधिक तेजी से बढ़ रहे मामले
अभी देश में कई राज्य ऐसे हैं जहां मामले राष्ट्रीय औसत से अधिक तेजी से बढ़ रहे हैं। इस सूची में पंजाब सबसे आगे हैं।
यहां औसत दैनिक मामलों में पहली लहर के बाद 509 प्रतिशत का उछाल आया है जो राष्ट्रीय औसत का आठ गुना है।
वहीं महाराष्ट्र में 11 फरवरी के बाद औसत दैनिक मामलों की संख्या 331 प्रतिशत बढ़ी है और पिछले हफ्ते देश में सामने आए नए मामलों में से आधे महाराष्ट्र से थे।
अन्य राज्य
इन राज्यों में भी राष्ट्रीय औसत से अधिक उछाल
सबसे अधिक उछाल वाले अन्य राज्यों की बात करें तो हरियाणा तीसरे स्थान पर है और यहां 8 फरवरी को खत्म हुए हफ्ते के बाद से औसत दैनिक मामले 302 प्रतिशत बढ़ गए हैं।
मध्य प्रदेश और दिल्ली शीर्ष पांच में शामिल अन्य दो राज्य हैं और यहां औसत दैनिक मामलों में क्रमशः 164 प्रतिशत और 140 प्रतिशत का उछाल आया है।
इसके अलावा असम (138 प्रतिशत), गुजरात (125 प्रतिशत) और राजस्थान (111 प्रतिशत) की स्थिति भी चिंतनीय है।
#3
फिर से बढ़ रही टेस्ट पॉजिटिविटी रेट
टेस्ट पॉजिटिविटी रेट का लगातार बढ़ना देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आने का सबसे बड़ा संकेत है।
पिछले हफ्ते देशभर में हुए टेस्ट में से 2.6 प्रतिशत के नतीजे पॉजिटिव आए। 14 फरवरी को यह आंकड़ा 1.6 प्रतिशत था और पिछले एक महीने में इसमें एक प्रतिशत का उछाल आया है।
हालांकि देश की पॉजिटिविटी रेट अभी भी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा सुझाए गई 5 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट से कम है, लेकिन इसका लगातार बढ़ना चिंतनीय है।
#4
पिछले 20 दिन से बढ़ रहा सक्रिय मामलों का औसत
दैनिक मामलों में उछाल के बीच देश में पिछले 20 दिन से सक्रिय मामलों का साप्ताहिक औसत बढ़ रहा है और पिछले हफ्ते देश में रोजाना सक्रिय मामलों में औसतन 2,251 मामलों का इजाफा हुआ।
इससे पहले 17 फरवरी तक लगातार 80 दिन से देश में सक्रिय मामले घट रहे थे और सितंबर मध्य में 10.17 लाख के उच्चतम स्तर से कम होकर यह 1.40 लाख के स्तर तक आ गए थे।
उपाय
मामलों को नियंत्रित करने के लिए विशेषज्ञों ने दिए ये सुझाव
कोरोना वायरस के मामलों में आए इस उछाल से निपटने के लिए विशेषज्ञों ने टेस्टिंग बढ़ाने, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करने, नियमों के पालन में सख्ती लाने और वैक्सीनेशन बढ़ाने के सुझाव दिए हैं।
वेल्लोर के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज के डॉ टी जैकब जॉन ने जिन छह राज्यों में मामले बढ़ रहे हैं, वहां 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का सुझाव दिया है। अन्य विशेषज्ञों ने भी वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज करने के सुझाव दिए हैं।