राम मंदिर: RSS ने उठाया प्रचार का बीड़ा, 10 करोड़ लोगों तक पहुंचाएगा 'राम का संदेश'
उत्तर प्रदेश के अध्योध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है और जनवरी में इसका उद्धाटन होना है। इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने देश के कोने-कोने तक राम जन्मभूमि का संदेश पहुंचाने का बीड़ा उठाया है और आगामी 1 जनवरी से 15 जनवरी तक संगठन 'घर-घर अभियान' शुरू करने जा रहा है। इस अभियान के तहत करीब 10 करोड़ लोगों के बीच 'राम कथा' का प्रसार किया जाएगा।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए दिया जाएगा निमंत्रण- RSS
न्यूज 18 से बातचीत में RSS के महासचिव दत्तात्रेय होसबले ने कहा, "इस महीने की शुरुआत में भुज में RSS और सहयोगी संगठनों की समन्वय बैठक में अयोध्या के 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।" उन्होंने कहा, "संगठन के स्वयंसेवकों द्वारा राम जन्मभूमि का संदेश अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जाएगा और उन्हें 22 जनवरी को अयोध्या में 'राम लला' की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का निमंत्रण दिया जाएगा।"
पदाधिकारी बोले- ये हिंदुओं को एकजुट करने का अभियान
RSS के वरिष्ठ पदाधिकारी ने इसे हिंदुओं को एकजुट करने वाला अभियान बताया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और जमीनी स्तर पर अभियान पहले ही शुरू हो चुका है। संगठन ने राष्ट्रीय कथा को अयोध्या, राम और राम जन्मभूमि के इर्द-गिर्द घुमाने के लिए पहले ही कई पहल की हैं। RSS ने सामाजिक-सांस्कृतिक-राजनीतिक मोर्चों के प्रभावशाली लोगों तक पहुंचने के अलावा राम-सीता और देश की संस्कृति से संबंधित महत्वपूर्ण लोगों के भाषणों पर अंकुश लगाना शुरू कर दिया है।
कार्यक्रम के माध्यम से जातिगत जनगणना की काट की तैयारी में RSS
रिपोर्ट के अनुसार, RSS इस कार्यक्रम के माध्यम से कांग्रेस सहित विपक्ष के सभी राजनीतिक अभियानों का मुकाबला करने की भी योजना बना रहा है। एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, "जातिगत जनगणना कराने और इस मुद्दे को चुनाव अभियान के हिस्से के रूप में लाने का विचार हिंदुओं को जाति के आधार पर विभाजित करने की एक 'चाल' जैसा लगता है।" उन्होंने कहा, "संगठन हमेशा ऐसे समाज के लिए प्रचार किया है, जहां कोई जाति विभाजन नहीं होगा।"
राम के नाम पर सभी को एकजुट करेगा संघ- पदाधिकारी
RSS के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि संगठन प्रमुख मोहन भागवत ने अपने सभी भाषणों में इसका उल्लेख किया है और धर्मांतरण के लिए जातिगत पूर्वाग्रह को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, "भगवान राम जाति में विश्वास नहीं करते थे, उन्होंने कभी लोगों को नहीं बांटा। हम संघ की ओर से राम के नाम पर सभी को एकजुट करने का प्रयास करेंगे।" उन्होंने कहा, "कांग्रेस जातिगत जनगणना के नाम को लोगों को विभाजित करने का प्रयास कर रही है।"
22 जनवरी को होगा राम मंदिर का उद्घाटन
अयोध्या में 22 जनवरी, 2024 को राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। इसके लिए अभी से करीब 80 प्रतिशत होटलों के कमरे बुक हो गए हैं। होटलों के कमरों का किराया भी काफी महंगा हो गया है। इसमें कई गुना वृद्धि हुई है। उद्घाटन से पहले ही अयोध्या में उत्सव शुरू हो जाएगा। राम मंदिर के उद्घाटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कई प्रमुख लोग शामिल होंगे। आयोजन के कारण अयोध्या में सुरक्षा को कड़ी कर दी गई है।