
प्रज्वल रेवन्ना मामले में वीडियो वायरल होने से लेकर अब तक क्या-क्या हुआ?
क्या है खबर?
कर्नाटक के हासन से सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना को 6 दिन की विशेष जांच दल (SIT) हिरासत में भेजा गया है।
प्रज्वल आज (31 मई) की सुबह ही बेंगलुरु आया था, जहां से SIT की टीम ने उसे गिरफ्तार किया था। प्रज्वल पर कई महिलाओं के यौन शोषण के आरोप है, जिसके कई वीडियो भी सामने आए हैं।
आइए जानते हैं मामले की शुरुआत से अब तक क्या-क्या हुआ।
शुरुआत
कैसे हुई मामले की शुरुआत?
दरअसल, हासन में 26 अप्रैल को मतदान होना था। इससे कुछ दिन पहले प्रज्वल के कई वीडियो सोशल मीडिया और पेनड्राइव के जरिए वायरल हुए। खासतौर से हासन में ये पेनड्राइव बांटी गईं।
हजारों की संख्या में इन वीडियो में प्रज्वल कई महिलाओं के साथ यौन शोषण करते और उसे फिल्माते हुए नजर आ रहा था।
मामले के तूल पकड़ते ही अगले ही दिन प्रज्वल अपने राजनयिक पासपोर्ट का इस्तेमाल कर जर्मनी भाग गया।
SIT
कर्नाटक सरकार ने किया SIT का गठन
प्रज्वल पर सबसे पहला मामला पूर्व में उनके घर में काम करने वाली एक महिला ने दर्ज कराया। महिला ने कहा कि 2019 से 2022 के बीच में प्रज्वल ने कई बार उनका यौन उत्पीड़न किया।
27 अप्रैल को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि राज्य सरकार इस मामले की जांच के लिए एक SIT का गठन करेगी। इसी दिन राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष ने भी सरकार को पत्र भी लिखा।
प्रतिक्रिया
1 मई को आई प्रज्वल की पहली प्रतिक्रिया
30 अप्रैल को जनता दल सेक्युलर (JDS) ने प्रज्वल को पार्टी से निकाल दिया। पार्टी ने कहा कि जब तक SIT मामले की जांच पूरी नहीं कर लेती, तब तक प्रज्वल निलंबित रहेंगे।
इसके अगले दिन प्रज्वल ने एक्स पर लिखा, 'मैं पूछताछ में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं, इसलिए मैंने अपने वकील के माध्यम से अपराध जांच विभाग (CID) बेंगलुरु को सूचित कर दिया है। जल्द ही सत्य की जीत होगी।'
नोटिस
2 मई को SIT ने जारी किया ब्लू कॉर्नर नोटिस
2 मई को प्रज्वल के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया, क्योंकि उसने SIT के सामने पेश होने में असमर्थता जताई थी।
4 मई को प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना को गिरफ्तार किया गया। ये मामले एक महिला के अपहरण से जुड़ा हुआ था, जिसका प्रज्वल ने यौन शोषण किया था।
महिला के बेटे ने पुलिस में मां के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
चेतावनी
एचडी देवगौड़ा ने दी पोते को चेतावनी
इस बीच कर्नाटक सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिख प्रज्वल का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की।
23 मई को एचडी देवेगौड़ा ने अपने पोते के खिलाफ आरोपों पर पहली सार्वजनिक टिप्पणी की। उन्होंने प्रज्वल से जांच में सहयोग करने और भारत लौटने को कहा। उन्होंने कहा, "मैं उससे अनुरोध नहीं, बल्कि चेतावनी दे रहा हूं। अगर वह इसे नहीं मानता है तो उसे मेरा और पूरे परिवार का गुस्सा झेलना पड़ेगा।"
वीडियो
27 मई को प्रज्वल ने जारी किया वीडियो
प्रज्वल ने 27 मई को एक वीडियो जारी किया। इसमें उसने कहा कि वह 31 मई को SIT के सामने पेश होगा।
उसने कहा, "जब 26 अप्रैल को चुनाव हुए तो मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं था। मेरी विदेश यात्रा पूर्व नियोजित थी। राहुल गांधी और कई अन्य कांग्रेस नेताओं ने मेरे खिलाफ एक राजनीतिक साजिश रची।"
29 मई को प्रज्वल ने अग्रिम जमानत याचिका दायर की, जिसे खारिज कर दिया गया।
जर्मनी
31 मई को प्रज्वल जर्मनी से लौटा
31 मई को प्रज्वल जर्मनी से लौटा और उसे एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। जिस टीम ने प्रज्वल को गिरफ्तार किया, उसमें सभी महिलाएं थीं।
बाद में प्रज्वल का मेडिकल टेस्ट हुआ और कोर्ट में पेश किया गया। SIT ने प्रज्वल की 15 दिन की हिरासत मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने 6 दिन की ही दी। SIT ने प्रज्वल की मां को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है।