प्रधानमंत्री मोदी दुनिया की सबसे बड़ी व्यावसायिक इमारत 'सूरत डायमंड बोर्स' का करेंगे उद्घाटन, जानिए खासियत
गुजरात के सूरत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी रविवार को दुनिया के सबसे बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान यानी सूरत डायमंड बोर्स (SDB) का उद्घाटन करने वाले हैं। इस प्रतिष्ठान का निर्माण 3,400 करोड़ रुपये की लागत से 35.54 एकड़ जमीन पर हुआ है, जो कच्चे और पॉलिश किए गए हीरे के कारोबार का एक वैश्विक केंद्र बनेगा और यह अमेरिका स्थित पेंटागन से भी काफी बड़ा है। आइए SDB की खासियत के बारे में विस्तार से जानते हैं।
15 मंजिला इमारत में 4,500 से अधिक इंटरकनेक्टेड ऑफिस
सूरत में हीरा कारोबार के जुड़ी SDB दुनिया की सबसे बड़ी इमारत है, जिसका निर्माण जुलाई में पूरा हो गया था। इस इमारत के आकार अमेरिका के पेंटागन को पीछे छोड़ दिया है और इसमें 4,500 से अधिक इंटरकनेक्टेड ऑफिस हैं। इस 15 मंजिला इमारत को 'वन स्टॉप डेस्टिनेशन' के रूप में बनाया गया है। इसका निर्माण कुल 9 आयताकार स्ट्रक्चर के रूप में किया गया है और यह सभी इमारत एक-दूसरे से सेंट्रल स्पाइन के जरिए जुड़ी हैं।
6.5 मिलियन वर्ग फुट में फैला हुआ था पेंटागन
1943 में अमेरिका का पेंटागन 65 लाख वर्ग फुट क्षेत्र के साथ दुनिया का सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र था, लेकिन भारत के गुजरात में बना SDB ने 67 लाख वर्ग फुट क्षेत्र को कवर करता है। इस वजह से SDB ने दुनिया के सबसे बड़े व्यावसायिक परिसर पेंटागन को भी पछाड़ दिया है। रविवार को प्रधानमंत्री मोदी इस व्यावसायिक प्रतिष्ठान का उद्धाटन करने वाले हैं। इसके साथ वह सूरत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का भी उद्घाटन करेंगे।
इमारत की और क्या है खासियत?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इमारत में कुल 125 लिफ्ट लगी हैं और यहां 300 स्क्वॉयर फीट से लेकर 75,000 स्क्वॉयर फीट तक का ऑफिस स्पेस हैं, जिसमें एक बार में 67,000 लोग बैठकर काम कर सकेंगे। इस इमारत में कॉन्फ्रेंस हॉल, क्लब, बैंक्वेट हॉल, हेल्थ क्लब से रेस्टोरेंट जैसी सभी सुविधाएं हैं और इमारत के स्पेस को लीज पर बेचा नहीं जाएगा। करीब 4,200 व्यापारियों ने मिलकर इसका निर्माण करवाया है और यहां 1.5 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
SDB जल्द हीरा उद्योग का बनेगा वैश्विक केंद्र- WDB
मुंबई लंबे समय से भारत में हीरों के निर्यात का केंद्र रहा है, लेकिन सूरत को दुनिया 'डायमंड सिटी' के नाम से जानती है। इसके पीछे कारण है कि दुनिया के लगभग 90 प्रतिशत कच्चे हीरे अमेरिका और चीन जैसे देशों में बेचे जाने से पहले यहीं काटे और पॉलिश किए जाते हैं। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ डायमंड बॉर्सेस (WDB) के अध्यक्ष एली इजहाकॉफ ने कहा, "SDB का उद्देश्य वैश्विक हीरा उद्योग को एक ही छत के नीचे केंद्रीकृत करना है।"
हीरा व्यापारियों को प्रधानमंत्री करेंगे संबोधित- SDB
SDB के मीडिया संयोजक दिनेश नवादिया ने बताया कि उद्घाटन से पहले ही मुंबई स्थित कई हीरा व्यापारियों ने अपने ऑफिस शिफ्ट कर दिए हैं और उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी यहां व्यापारियों को संबोधित भी करेंगे। बता दें कि जुलाई में प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए कहा था कि SDB ने अब पेंटागन को पीछे छोड़ दिया है और सूरत में यह दुनिया की सबसे बड़ी वैश्विक व्यवसायिक इमारत बन गई है।