गुजरात: ABG शिपयार्ड ने बैंकों को लगाया 22,842 करोड़ का चूना, CBI ने दर्ज किया मामला
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने गुजरात की एक कंपनी ABG शिपयार्ड और इसके निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह कंपनी पानी के जहाज बनाने और उनकी मरम्मत का काम करती है। CBI के कंपनी के अलावा इसके पूर्व प्रमुख ऋषि कमलेश अग्रवाल, तत्कालीन कार्यकारी निदेशक संथनम मुथुस्वामी, निदेशक अश्विनी कुमार, सुशील कुमार अग्रवाल और रवि विमल नेवेतिया के खिलाफ FIR दर्ज की है। इन पर 28 बैंकों के साथ 22,842 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है।
बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है और कई महीनों से इसकी जांच चल रही थी। CBI ने समूह की दूसरी कंपनी ABG इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ भी धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया है।
SBI की शिकायत पर शुरू हुई थी जांच
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने नवंबर, 2019 में इस कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दी थी। इसके बाद CBI ने मार्च, 2020 में कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा था। अगस्त, 2020 में SBI ने एक और शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद CBI ने धोखाधड़ी की जांच शुरू की। 7 फरवरी को केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोपियों के मुंबई, सूरत, भरूच और पुणे सहित 13 ठिकानों पर छापेमारी की और FIR दर्ज कर ली।
CBI ने अपने बयान में क्या कहा?
CBI ने बयान जारी कर रहा कि आरोपियों पर 28 बैंकों के एक कंसोर्टियम के साथ धोखाधड़ी का आरोप है। आरोपियों ने बैंकों से पैसा लेकर अवैध तरीके से इसे समूह की दूसरी कंपनियों को भेज दिया गया। आरोप है कि बैंकों से पैसा लेकर कंपनी ने इसे विदेशों में भेजा और वहां पर कंपनी और इससे जुड़े पक्षों द्वारा संपत्तियां खरीदी गईं। ऑडिट से पता चला है कि वर्ष 2012-17 के बीच यह फ्रॉड किया गया था।
कंपनी पर किस बैंक का कितना पैसा बकाया?
कंपनी पर SBI के 2,468 करोड़, ICICI के 7,089 करोड़, IDBI के 3,634 करोड़, IOB के 1,228 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा के 1,614 करोड़ और पंजाब नेशनल बैंक के 1,244 करोड़ रुपये बकाया है। इनके अलावा भी कंपनी ने कई बैंकों से पैसा लिया है।
जहाज निर्माण उद्योग में बड़ा नाम है ABG समूह
CBI के बयान में कहा गया है कि ABG समूह भारत में जहाज निर्माण उद्योग के बड़े नामों में शामिल है। इसके शिपयार्ड गुजरात के दाहेज और सूरत में स्थित है। कंपनी के सूरत शिपयार्ड की क्षमता 18,000 डेड वेट टन्नेज (DWT) के वेसल और दाहेज शिपयार्ड की क्षमता 1.20 लाख DWT के वेसल बनाने की है। कंपनी ने पिछले 16 सालों में 165 वेसल का निर्माण किया है, जिनमें से 46 विदेशों बाजारों में भेजे गए हैं।