ओडिशा ट्रेन हादसा: CBI ने सीनियर सेक्शन इंजीनियर समेत 3 रेलवे कर्मचारियों को किया गिरफ्तार
क्या है खबर?
ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुए भीषण ट्रेन हादसे को एक महीने बीत जाने के बाद बड़ी कार्रवाई हुई है।
हादसे की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम ने भारतीय रेलवे के 3 कर्मचारियों सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार मोहंता, सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद अमीर खान और टेक्नीशियन पप्पू कुमार को गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि ट्रेन हादसे में 290 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, जबकि करीब 1,000 लोग घायल हुए थे।
केस
IPC की धारा 304 और 201 के तहत दर्ज हुआ केस
CBI ने तीनों कर्मचारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304 (गैर-इरादतन हत्या) और 201 (सबूतों के साथ छेड़छाड़) के तहत केस दर्ज किया है।
आरोप है कि इन तीनों कर्मचारियों के कार्यों के चलते भीषण ट्रेन हादसा हुआ।
NDTV के मुताबिक, इन सभी के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का केस इसलिए दर्ज किया गया है क्योंकि इन सभी को पता था कि इनके कार्यों के चलते हादसा होने की संभावना थी।
रिपोर्ट
CRS की रिपोर्ट में कर्मचारियों की लापरवाही आई थी सामने
बता दें कि CBI के साथ-साथ हादसे की जांच कर रहे रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) की रिपोर्ट पिछले सप्ताह सामने आई थी।
जांच में सिग्नलिंग और परिचालन (यातायात) विभागों के स्टेशन कर्मचारियों को संयुक्त रूप से हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। ट्रेन को गुजरने की अनुमति देने से पहले सिग्नलिंग प्रणाली का परीक्षण करने के लिए जरूरी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ था।
हालांकि, रेलवे बोर्ड को सौंपी गई इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है।
कार्रवाई
CBI ने कई अधिकारियों और कर्मचारियों से की पूछताछ
रेलवे बोर्ड ने 4 जून को ट्रेन हादसे की प्राथमिक जांच करने के बाद CBI जांच की सिफारिश की थी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि सामने आए तथ्यों के आधार पर CBI जांच की सिफारिश की गई है।
इसके बाद CBI ने 6 जून को हादसे की जांच शुरू करते हुए बहानगा बाजार स्टेशन के पास स्थित घटनास्थल का दौरा किया था। CBI ने रेलवे के कई अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ की थी।
जांच
CBI की जांच क्यों है महत्वपूर्ण?
CBI की जांच हादसे के पीछे के सभी कारणों को ढूंढने पर केंद्रित है।
बतौर रिपोर्ट्स, CBI मानवीय त्रुटि से लेकर किसी संभावित साजिश समेत सभी पहलुओं की जांच कर रही है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, शीर्ष जांच एजेंसी द्वारा की गई विस्तृत जांच के आधार पर हादसे के पीछे के सही कारणों का पता चल सकेगा।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटनास्थल का दौरा करने के कहा था कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हादसा
कैसे हुआ था ओडिशा ट्रेन हादसा?
ओडिशा के बालासोर के पास हावड़ा से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के पास मुख्य लाइन की जगह लूप लाइन में चली गई थी।
इसका इंजन लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी पर चढ़ गया था और पीछे की कुछ बोगियां विपरीत दिशा के ट्रैक पर चली गईं। इस ट्रैक पर हावड़ा-बेंगलुरू एक्सप्रेस आ रही थी, जिसके पिछले डिब्बे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों से टकरा गए थे।
इस तरह 3 ट्रेनें हादसे का शिकार हो गई थीं।