
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा नए संसद भवन का मामला, राष्ट्रपति से उद्घाटन कराने के लिए याचिका दाखिल
क्या है खबर?
नए संदन भवन के उद्घाटन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर एक जनहित याचिका दायर की गई।
इस याचिका में कोर्ट से केंद्र सरकार को ये निर्देश देने की मांग की गई है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा करवाया जाए।
इससे पहले कांग्रेस समेत 19 विपक्षी पार्टियां उद्घाटन कार्यक्रम का विरोध करते हुए समारोह में शामिल होने से इनकार कर चुकी हैं।
मामला
क्या है नए संसद भवन के उद्घाटन पर विवाद?
देश का नए संसद भवन तैयार हो चुका है, जिसका 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करने वाले हैं। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने इस उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान किया है।
विपक्षी पार्टियों का कहना है कि इस नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी नहीं, बल्कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए। अब इस मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी एक जनहित याचिका दायर की गई है।
बहिष्कार
कांग्रेस समेत इन 19 पार्टियों ने किया उद्घाटन समारोह का बहिष्कार
कांग्रेस समेत 19 विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान किया है।
इन पार्टियों में समाजवादी पार्टी (SP), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK), शिवसेना (UTB), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), आम आदमी पार्टी (AAP) और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) शामिल हैं।
इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस (TMC), इंडियन मुस्लिम लीग, जनता दल यूनाइटेड (JDU) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के सांसद भी उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगे।
बयान
विपक्षी पार्टियों ने जारी किया संयुक्त बयान
कांग्रेस के नेतृत्व में इन 19 विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्कार पर एक संयुक्त बयान जारी किया है।
इसमें उन्होंने कहा, "नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर राष्ट्रपति को पूरी तरह से दरकिनार करना न केवल महामहिम का अपमान है, बल्कि लोकतंत्र पर सीधा हमला भी है। जब लोकतंत्र की आत्मा को ही संसद से निष्कासित कर दिया गया है तो हमें नई इमारत में कोई मूल्य नहीं दिखता।"
जानकारी
कौन-सी विपक्षी पार्टियां समारोह में होंगी शामिल?
विपक्षी पार्टियों के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार के बावजूद बीजू जनता दल (BJD) और युवजन श्रमिक रायथू (YSR) कांग्रेस पार्टी ने समारोह में शामिल होने का ऐलान किया है, जबकि शिरोमणि अकाली दल (SAD) भी समारोह में शामिल होगी।
निंदा
NDA ने की विपक्षी पार्टियों के बहिष्कार की निंदा
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने समारोह का बहिष्कार करने पर विपक्षी पार्टियों की निंदा की है। NDA ने कहा कि संसद के प्रति इस तरह का अनादर न केवल बौद्धिक दिवालियेपन को दर्शाता है, बल्कि लोकतंत्र के लिए परेशान करने वाला है।
NDA ने कहा, "यह फैसला केवल अपमानजनक नहीं है, बल्कि राष्ट्र के संवैधानिक मूल्यों का भी घोर अपमान है। पिछले 9 सालों में इन विपक्षी पार्टियों ने संसदीय प्रक्रियाओं के लिए बहुत कम सम्मान दिखाया है।"