जम्मू-कश्मीर: गंदेरबल में हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा ने ली, 7 की हुई है हत्या
जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल में रविवार रात हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंट फ्रंट (TRF) ने ली है। इंडिया टुडे के मुताबिक, संभावना जताई जा रही है कि आतंकियों ने इस बड़े हमले को अंजाम देने से पहले रेकी की थी और घुसपैठ करके गुरेल से होकर गंगबल पहुंचे होंगे। उनको रेकी के दौरान पता चला होगा कि यहां निर्माण कंपनी के कई प्रवासी मजदूर और इंजीनियर काम कर रहे हैं।
खाना खाने मेस में जमा हुए थे मजदूर, तभी 3 आतंकियों ने बनाया निशाना
आज तक के मुताबिक, रविवार रात को 8:30 बजे सुरंग में काम कर रहे सभी मजदूर खाना खाने के लिए मेस में इकट्ठा हुए थे। यहां खाने की तैयारी चल रही थी, तभी 3 आतंकी हथियार लेकर वहां घुस गए और मजदूरों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। लोगों के कुछ समझ पाने से पहले ही आतंकियों ने चुन-चुनकर लोगों को मारा। गोलीबारी में 2 गाड़ियां भी जलकर खाक हो गई हैं। घटना के बाद पूरे इलाके में ताबड़तोड़ छापेमारी चली।
मृतकों और घायलों की पहचान सामने आई
रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकियों के हमले में जान गंवाने वालों में गुरदासपुर पंजाब के गुरमीत सिंह, बड़गाम के डॉक्टर शाहनवाज अहमद, बहर के अनिल शुक्ला और फहीम नजीर, कठुआ के शशि अब्रोल और बिहार के मोहम्मद हनीफ और कलीम शामिल हैं। गोलीबारी में घायल मजदूर बिहार के इंदर यादव, कठुआ के मोहन लाल, जगतार सिंह, प्रेंग के मुश्ताक अहमद लोन और सफापोरा के इश्ताक अहमद भट शामिल हैं। सभी घायलों को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है।
10-15 सालों से जिले में थी शांति
गंदेरबल को शांतिपूर्ण क्षेत्र माना जाता है। यहां पिछले 10-15 सालों में कोई आतंकी वारदात नहीं हुई थी, ऐसे में यहां लोग निश्चिंत थे, लेकिन रविवार को हुई गोलीबारी से लोग सहम गए हैं। जिस क्षेत्र में गोलीबारी हुई है, वह जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के विधानसभा क्षेत्र में आता है। इस हमले के बाद 50 किलोमीटर दूर बारामूला में 1 आतंकी को मारा गया है, जिसके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं।
उत्तर प्रदेश की कंपनी कर रही है सुरंग पर काम
आतंकियों ने गंदेरबर में गगननीर घाटी को सोनमर्ग से जोड़ने वाली जिस जेड-मोड़ सुरंग के श्रमिकों को निशाना बनाया है, वह रक्षा के लिए रणनीतिक रूप से काफी जरूरी है। श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ने वाली सुरंग के बनने से लद्दाख में लोगों और भारतीय सेना को हर मौसम में संपर्क मिलेगा और बर्फबारी पर भी जरूरी चीजों की आपूर्ति जारी रहेगी। सुरंग का काम उत्तर प्रदेश की एप्को कंपनी कर रही है, जिसका काम 2025 तक पूरा होना है।
अमित शाह ने कहा- बख्शा नहीं जाएगा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना की निंदा करते हुए एक्स पर लिखा, 'जम्मू-कश्मीर के गगनगीर में नागरिकों पर हुआ नृशंस आतंकी हमला कायरतापूर्ण घृणित कृत्य है। इस जघन्य कृत्य में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें हमारे सुरक्षा बलों की ओर से कड़ी से कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा। अत्यंत दुख की घड़ी में, मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।'
कुछ दिन पहले मारा गया था बिहार का प्रवासी मजदूर
16 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के शोपियां में एक गैर-कश्मीरी युवक को आतंकियों ने निशाना बनाया था। मृतक की पहचान अशोक कुमार के रूप में हुई थी, जो बिहार से कश्मीर मजदूरी के लिए आए थे। इससे पहले अप्रैल में 8, 17 और 22 अप्रैल को बिहार और दिल्ली के रहने वाले 2 प्रवासी लोगों की हत्या की गई थी और राजौरी के रहने वाले भारतीय जवान के भाई की गोली मारकर हत्या की गई थी।