NCB ने किया मेथैम्फेटामाइन ड्रग बनाने वाली लैब का भंड़ाफोड़, मैक्सिकन गिरोह भी शामिल
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की टीम ने दिल्ली पुलिस की मदद से उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के कसाना औद्योगिक क्षेत्र में संचालित अवैध रूप से बेहद नशीली मेथैम्फेटामाइन ड्रग का उत्पादन करने वाली लैब का भंड़ाफोड़ किया है। NCB ने मौके 4 लोगों को गिरफ्तार कर 95 किलोग्राम ड्रग के साथ एसीटोन और लाल फॉस्फोरस जैसे रसायन भी बरामद किए हैं। इस लैब के संचालन में मेक्सिको की खतरनाक जलिस्को न्यू जनरेशन या CJNG गैंग भी शामिल है।
क्या है मेथैम्फेटामाइन ड्रग?
मेथमफेटामाइन एक शक्तिशाली और बहुत अधिक नशा देने वाली ड्रग है। यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है। यह सफेद, गंधहीन और कड़वे स्वाद वाले क्रिस्टलीय पाउडर का रूप आती है। यह पानी या शराब में आसानी से घुल जाती है।
भारत और विदेशों में सप्लाई के लिए बनाई जा रही थी मेथैम्फेटामाइन ड्रग
पुलिस के अनुसार, मेथैम्फेटामाइन ड्रग भारत और विदेशों में बिक्री के लिए बनाई जा रही थी। इस लैब के संचालन में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाला मेक्सिको का सबसे बड़ा गिरोह CJNG भी शामिल है। CJNG की शुरुआत मिलेनियो गैंग की शाखा के रूप में हुई थी, जो मेक्सिको की सबसे खूंखार गैंग में से एक है। मेक्सिको न्यूज डेली की 2017 की रिपोर्ट के अनुसार, CJNG के सदस्य प्रशिक्षण में फेल होने वाले नए सदस्यों नरभक्षण करते हैं।
दिल्ली-मेक्सिको ड्रग गिरोह का गठन कैसे हुआ?
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस गिरोह में दिल्ली का एक व्यापारी और तिहाड़ जेल का एक वार्डन भी शामिल है। NCB ने गिरफ्तार व्यापारी की पहचान उजागर नहीं की है। हालांकि, उसे पहले भी ड्रग्स से संबंधित एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। तेहाड़ जेल में रहने के दौरान ही उसकी वार्डन से पहचान हुई थी। उसके बाद ही दोनों ने मेथैम्फेटामाइन ड्रग का उत्पादन करने की योजना तैयार की थी।
आरोपियों ने कैसे की लैब की शुरुआत?
पुलिस ने बताया कि जेल से छूटने के बाद व्यापारी ने मुंबई के केमिस्ट को अपने साथ शामिल किया और गुणवत्ता नियंत्रण का काम मैक्सिकन गिरोह को सौंप दिया गया। उसके बाद CJNG ने एक सदस्य को दिल्ली भेजा दिया। पुलिस ने बताया कि दबिश में व्यापारी और जेल वार्डन को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन CJNG सदस्य के गिरफ्तार होने की पुष्टि नहीं हुई है। इसी तरह NCB ने 2 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है।
भारत में बढ़ रहा है मेथैम्फेटामाइन और सिंथेटिक ड्रग्स का अवैध कारोबार
NCB की देश में इस साल यह छठी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले गुजरात के गांधीनगर और अमरेली, राजस्थान के जोधपुर और सिरोही, मध्य प्रदेश के भोपाल और चेन्नई में भी ऐसी कार्रवाई की गई थी। भोपाल में 900 किलोग्राम से अधिक मेफेड्रोन और साथ ही 7,000 किलोग्राम विभिन्न रसायन और मशीनरी बरामद हुई थी। पिछले सप्ताह चेन्नई में 245 ग्राम मेथैम्फेटामाइन बरामद की गई थी। ऐसे में देश में इन ड्रग्स का अवैध कारोबार बढ़ रहा है।
अन्य जगहों पर पलिस ने की कार्रवाई
पिछले सप्ताह असम में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 करोड़ रुपये कीमत की हेरोइन जब्त कर 2 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसी तरह गुजरात पुलिस ने भरूच जिले से 250 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की और एक स्थानीय व्यापारी को गिरफ्तार किया था। इस व्यापारी के यहां पहले भी 5,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई थी। ऐसे में देश में बढ़ते ड्रग्स कारोबार को देखते हुए NCB काफी चिंतित नजर आ रही है।