
अयोध्या में राम मंंदिर के मुख्य शिखर का काम शुरू, 120 दिन में होगा तैयार
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य शिखर का निर्माण कार्य नवरात्रि के पहले दिन से शुरू हो गया है। इसे 120 दिन में तैयार करने का लक्ष्य है।
गुरुवार को पहले शिखर निर्माण स्थल की पूजा हुई है और उसके बाद पत्थर की पूजा की गई। इस दौरान मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा और निर्माण से जुड़ी एजेंसियां मौजूद थीं।
मुख्य शिखर तैयार होने के बाद इसमें 44 फीट लंबा ध्वज स्तंभ लगाया जाएगा।
खासियत
मंदिर की शिखर तक ऊंचाई होगी 161 फीट
मंदिर को नागर शैली में बनाया गया है, जिसका शिखर भी इसी शैली में होगा। इसे सोमपुरा आर्किटेक्ट ने डिजाइन किया है, जिसे राम मंदिर ट्रस्ट ने मंजूरी दी थी।
पूरे मंदिर की शिखर तक ऊंचाई 161 फीट है। शिखर तैयार होने के बाद मंदिर की खूबसूरती बढ़ेगी और एक अलग रूप सामने आएगा।
गुरुवार को मौके पर कंस्ट्रक्शन एजेंसी लार्सन एंड टुब्रो, सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टिट्यूट (CBRI), राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान (NGRI) के विशेषज्ञ मौजूद थे।
राम मंदिर
राम दरबार भी जल्द हो जाएगा तैयार
राम मंदिर के भूतल पर अभी श्रीराम की अकेली प्रतिमा की आराधना हो रही है, जबकि मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना होनी है।
नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि राम दरबार संगमरमर का होगा, जिसकी डिजाइन का काम पूरा हो गया है। राम दरबार में राम सीता के अलावा राम के तीनों भाई और हनुमान की मूर्ति होगी। यह होली तक तैयार हो जाएगा।
मंदिर का पूरा भवन भी जल्द ही बनकर तैयार होगा।
ट्विटर पोस्ट
निर्माण कार्य की जानकारी देते नृपेंद्र मिश्रा
💠अयोध्या में राम मंदिर के शिखर का निर्माण आज से शुरू हो गया है।
— AIR News Lucknow (@airnews_lucknow) October 3, 2024
💠161 फिट ऊंचे शिखर का निर्माण चार माह में होगा पूर्ण होगा। 💠निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि परिसर में बन रहे सप्त मंदिर का निर्माण कार्य भी जल्द पूरा हो जायेगा।#RamMandir #Ayodhya #Ramlalla pic.twitter.com/4tn5P022gH
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मंदिर के शिखर निर्माण कार्य की पूजा
आज, पावन शारदीय नवरात्र के प्रथम दिवस पर, श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर की प्रथम शिला का पूजन और प्रस्थापन किया गया।
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) October 3, 2024
Today, on the first day of Sharadeeya Navratri, the first shila of the shikhar of the Shri Ram Janmabhoomi Mandir was worshipped and placed. pic.twitter.com/RquWumM8Cx