
करगिल विजय दिवस पर नरेंद्र मोदी ने अग्निपथ योजना को लाने के पीछे की बताई सच्चाई
क्या है खबर?
करगिल विजय दिवस पर लद्दाख के द्रास पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अग्निपथ योजना को लेकर लगातार उठ रहे सवालों का जवाब दिया और इसे लाने के पीछे का मकसद बताया।
उन्होंने कहा, "अग्निपथ योजना से देश की ताकत बढ़ेगी और सामर्थ्यवान युवा भी मातृभूमि की सेवा के लिए आगे आएगा। मैं हैरान हूं कि कुछ लोगों की समझ को क्या हुआ। ऐसा भ्रम फैला रहे कि सरकार पेंशन के पैसे बचाने के लिए ये योजना लाई है।"
बयान
आगे क्या बोले मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "मुझे ऐसे लोगों की सोच से शर्म आती है, लेकिन मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि आज मोदी सरकार के शासनकाल में जो भर्ती होगा क्या उसे आज ही पेंशन देनी होगी? उसे पेंशन देने की नौबत 30 साल में आएगी और तब तो मोदी 105 साल का हो चुका होगा...क्या तर्क दे रहे हैं? मेरे लिए 'दल' नहीं 'देश' सर्वोपरि है...हम राजनीति के लिए नहीं राष्ट्रनीति के लिए काम करते हैं।"
ट्विटर पोस्ट
सुनिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अग्निपथ पर क्या बोले?
#WATCH लद्दाख: कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "सच्चाई ये है कि अग्निपथ योजना से देश की ताकत बढ़ेगी और देश का सामर्थ्यवान युवा भी मातृभूमि की सेवा के लिए आगे आएगा... मैं हैरान हूं कि कुछ लोगों की समझ को क्या हुआ है, उनकी सोच को क्या हो चुका… pic.twitter.com/JifZNq52TT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 26, 2024
योजना
क्या है अग्निपथ योजना?
अग्निपथ योजना को जून 2022 में लागू किया गया था। इसके तहत सेना के तीनों अंगों में साढ़े 17 साल से 23 साल के युवाओं को 4 साल के लिए सेना में भर्ती किया जाता है। इन्हें अग्रिवीर कहा जाता है।
4 साल बाद इनमें से 25 प्रतिशत को स्थायी, जबकि बाकी 75 प्रतिशत को सेवा मुक्त कर दिया जाता है। अग्रिवीरों का वेतन नियमित भर्ती किए जवानों की तुलना में कम होता है और इन्हें पेंशन नहीं मिलेगी।
जानकारी
देश के कई राज्यों में हो रहा विरोध
अग्निपथ योजना का न केवल हरियाणा बल्कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, बिहार और मध्य प्रदेश में काफी विरोध हो रहा है। अग्निवीर जवानों की सीमा पर हुई मौत के बाद विवाद और बढ़ गया। कांग्रेस समेत INDIA गठबंधन मुद्दे को उठा रही है।