अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव, अब सबसे पहले होगी प्रवेश परीक्षा
क्या है खबर?
सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए नियमों में कुछ बदलाव किए गए हैं।
अब सेना में अग्निपथ योजना के जरिये भर्ती होने की इच्छा रखने वाले युवाओं को अब सबसे पहले ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (CEE) देना पड़ेगा। इसमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को फिजिकल टेस्ट और बाद में मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा। जो उम्मीदवार इन तीनों चरणों को सफलतापूर्वक पार कर लेगा, उसका चयन सेना में हो जाएगा।
आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
नियम
अभी तक थे ये नियम
भारतीय सेना ने शुक्रवार को विज्ञापन जारी कर भर्ती के लिए तीन चरणों की जानकारी दी है।
अभी तक सेना में अग्निवीर के जरिये भर्ती होने की प्रक्रिया यही थी, लेकिन अब इसके चरणों में फेरबदल किया गया है।
पुराने नियमों के तहत सबसे पहले उम्मीदवारों का फिजिकल फिटनेस टेस्ट और फिर मेडिकल टेस्ट होता था। CEE सबसे आखिरी चरण के तौर पर प्रक्रिया में शामिल था।
सैन्य अधिकारियों ने इस बदलाव के पीछे कई कारण बताए हैं।
वजह
इस वजह से किया गया प्रक्रिया में बदलाव
इंडियन एक्सप्रेस ने सैन्य अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि प्रशासनिक लागत और लॉजिस्टिक इंतजामों को देखते हुए भर्ती प्रक्रिया में यह बदलाव किया गया है।
उन्होंने बताया कि पहले की प्रक्रिया में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग होती थी, जिससे प्रशासनिक संसाधनों पर असर पड़ता था। भीड़ पर नियंत्रण और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी सुरक्षा तैनाती करनी पड़ती थी। साथ ही भर्ती रैलियों में पर्याप्त मेडिकल स्टाफ भेजना पड़ता था।
बयान
सेना को पढ़े-लिखे सैनिकों की जरूरत- अधिकारी
एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि आधुनिकीकरण की तरफ बढ़ती सेना में भविष्य में नई तकनीकों को शामिल किया जाएगा। इनके इस्तेमाल के लिए जरूरी है कि सेना के पास पढ़े-लिखे सैनिक हों। उन्होंने कहा कि CEE को सबसे पहले करने से यह फायदा होगा कि सेना के पास बेहतर और योग्य उम्मीदवार आएंगे, जिन्हें बाद में फिजिकल फिटनेस के लिए परखा जाएगा। यहां सफल होने के बाद उनका मेडिकल टेस्ट किया जाएगा।
अग्निवीर
अभी तक 19,000 अग्रिवीर हो चुके सेना में भर्ती
अभी तक सेना में 19,000 अग्निवीर भर्ती हो चुके हैं और 21,000 अन्य मार्च के पहले हफ्ते में भर्ती होंगे।
भर्ती की प्रक्रिया में बदलाव का असर लगभग 40,000 उम्मीदवारों पर पड़ेगा, जो 2023-24 में सेना में भर्ती के लिए प्रयास करेंगे।
बता दें कि सेना अलग-अलग शहरों में भर्ती के लिए कैंप लगाती है, जहां आने वाले उम्मीदवारों की संख्या छोटे शहरों में 5,000 से लेकर बड़े शहरों में 1.5 लाख तक होती है।
न्यूजबाइट्स प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
अग्निपथ योजना तीनों सेनाओं, थल सेना, भारतीय वायुसेना और नौसेना के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया है।
इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाता है और उन्हें चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर मिलेगा।
इसके बाद योग्यता, इच्छा और मेडिकल फिटनेस के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा में बरकरार रखा जाएगा।
इस योजना के खिलाफ देशभर के युवाओं ने प्रदर्शन किया था।