गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के खिलाफ आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई, 12 करोड़ की संपत्ति जब्त
गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी के खिलाफ आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। लखनऊ के डालीबाग इलाके में लगभग आयकर विभाग ने अंसारी की 12 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। अंसारी के खिलाफ यह कार्रवाई 'ऑपरेशन पैंथर' नाम की जांच का हिस्सा थी, जो लखनऊ आयकर विभाग की बेनामी संपत्ति जांच शाखा द्वारा की जा रही है। आइए जानते हैं कि अंसारी की बेनामी संपत्ति का यह क्या मामला है।
तनवीर सहर नाम की एक महिला के नाम दर्ज है संपत्ति
इंडिया टुडे की रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार को आयकर विभाग ने लखनऊ के डालीबाग क्षेत्र में 3,234 वर्ग फुट का एक प्लॉट जब्त किया है। यह प्लॉट कागजों में तनवीर सहर नाम की एक महिला के नाम दर्ज है। तनवीर के पति की आय उनके बैंक खाते से प्लॉट के लिए कथित तौर पर भुगतान किए गए 75 लाख रुपये से मेल नहीं खाती है। इसके अलावा लेनदेन के चेक कभी भी किसी बैंक में जमा नहीं किए गए हैं।
संपत्ति को अंसारी के सहयोगी ने ऋण के बदले रखा था गिरवी
तनवीर के पास आय का कोई स्रोत नहीं है और उनके पति, जो परिवार में एकमात्र कमाने वाले सदस्य हैं उनका वेतन लगभग 20,000 रुपये प्रति माह है। आयकर विभाग की जांच में पता चला कि इस संपत्ति को अंसारी के सहयोगी गणेश दत्त मिश्रा ने 1.6 करोड़ रुपये के ऋण के लिए बैंक में गिरवी रखा था। इस ऋण का पूरा भुगतान किया गया, जिसके बाद फिर संपत्ति तनवीर सहर को हस्तांतरित कर दी गई।
पहले अंसारी की पत्नी के नाम थी संपत्ति
अधिकारियों के अनुसार, यह संपत्ति पहले अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी के नाम दर्ज थी। अंसारी के सहयोगी मिश्रा ने आयकर अधिकारियों को पूछताछ में बताया कि इस संपत्ति का हस्तांतरण और अन्य लेनदेन अंसारी के बहनोई आतिफ रजा द्वारा किया गया था। इसके अलावा मिश्रा ने यह भी खुलासा किया कि रजा ही अंसारी परिवार के लेन-देन और वित्त संबंधी कामकाज को संभालता है। इस संपत्ति को रजा ने ही तनवीर के नाम किया था।
मामले का बैंक खाते और चेक से हुआ खुलासा
आयकर की टीम ने जांच में पाया कि तनवीर द्वारा संपत्ति के बदले भुगतान 3 चेक से किया गया था और बैंक खाता सिर्फ संपत्ति के हस्तांतरण के लिए ही खोला गया था। इस बैंक खाते में अधिकतम क्रेडिट और डेबिट राशि लगभग 15 से 16 लाख रुपये थी, लेकिन इस खाते से जारी 3 चेक की वसूली नहीं की गई थी। बता दें कि मई में भी गाजीपुर में आयकर विभाग ने अंसारी की संपत्ति जब्त की थी।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
आयकर विभाग ने अंसारी से संबंधित लगभग 100 करोड़ रुपये की संपत्तियों की जांच के लिए 'ऑपरेशन पैंथर' शुरू किया है। अंसारी वर्तमान में बांदा जेल में बंद है और उसके ऊपर विभिन्न राज्यों में 61 आपराधिक मामले दर्ज हैं। जून में वाराणसी की एक विशेष सांसद-विधायक (MP-MLA) कोर्ट ने अंसारी को 32 वर्ष पुराने हत्या के मामले में दोषी करार करते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। अंसारी को अब तक 6 मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है।