#NewsBytesExplainer: कौन हैं अंकित बैयनपुरिया, जिनके साथ प्रधानमंत्री मोदी ने किया श्रमदान?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्वच्छता अभियान पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में वे स्वच्छता अभियान के तहत श्रमदान करते हुए देखे जा सकते हैं। वीडियो में प्रधानमंत्री के साथ '75 डे हार्ड चैलेंज' पूरा करने वाले हरियाणा के अंकित बैयनपुरिया भी हैं, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हैं। बेहद साधारण परिवार से आने वाले अंकित आज देशभर में प्रसिद्ध हो चुके हैं। आइए आज अंकित बैयनपुरिया की कहानी जानते हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा शेयर किए वीडियो में क्या है?
वीडियो की शुरुआत में प्रधानमंत्री कहते हैं, 'राम-राम सारयाने।' बता दें कि ये अंकित का प्रसिद्ध डॉयलॉग है। अंकित अपने वीडियो की शुरुआत इसी वाक्यांश से करते हैं। वीडियो में दोनों को झाड़ू लगाते और बाचतीच करते हुए देखा जा सकता है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान अंकित से कई सवाल किए। वीडियो शेयर करते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा, 'आज जब देश स्वच्छता पर ध्यान दे रहा है तो इस मौके पर मैंने और अंकित बैयनपुरिया ने भी ऐसा ही किया।'
प्रधानमंत्री मोदी के साथ अंकित बैयनपुरिया
कौन हैं अंकित बैयनपुरिया?
अंकित सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं और अपने यूट्यूब और इंस्टाग्राम चैनल पर फिटनेस से जुड़े वीडियो डालते रहते हैं। वे हरियाणा के सोनीपत जिले के एक छोटे-से गांव बैयनपुर के रहने वाले हैं। पहले वे फनी वीडियो बनाते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद से वे फिटनेस से जुड़े वीडियो शेयर करने लगे। हाल ही में उन्होंने '75 डे हार्ड चैलेंज' पूरा किया, जिसके बाद वे और ज्यादा लोकप्रिय हो गए हैं।
क्या है '75 डे हार्ड चैलेंज'?
'75 डे हार्ड चैलेंज' अमेरिकी उद्यमी और लेखक एंडी फ्रिसेला ने शुरू किया था। इसमें शराब या जंक-फास्ट फूड ना खाना, रोजाना भरपूर पानी पीना, दिन में 2 बार एक्सरसाइज करना, रात को सोते वक्त किसी किताब को पढ़ना और दिन की एक सेल्फी लेने जैसे काम शामिल हैं। अगर आप 75 दिन तक लगातार किसी भी काम को नहीं करते हैं तो चैलेंज को दोबारा शुरू करना होता है। अंकित ने ये चैलेंज 11 सितंबर को पूरा किया था।
फूड डिलीवरी का काम कर चुके हैं अंकित
अंकित एक बेहद साधारण परिवार से हैं और उनके माता-पिता मजदूरी करते हैं। अपने परिवार की मदद करने के लिए अंकित ने कई काम किए हैं। वे फूड डिलीवरी का काम भी कर चुके हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूल से की है। रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से अंकित ने कला में अपनी स्नातक की पढ़ाई की है। कुछ समय पहले तक वे प्राइवेट नौकरी भी करते थे, लेकिन अब उन्होंने यह छोड़ दी है।
कभी दंगल में पहलवानी करते थे अंकित
अंकित के गांव में शुरू से दंगल परंपरा रही और वे कभी पहलवानी भी करते थे। 2018 में स्लीप डिस्क की वजह से अंकित को कुछ दिनों के लिए दंगल से दूर रहना पड़ा। 2020 में उनके घुटने में चोट लग गई और 2022 में एक कुश्ती के दौरान उनका बायां कंधा खिसक गया। इस वजह से अंकित को कुश्ती छोड़नी पड़ी। इसके बाद उन्होंने अपना ध्यान फिटनेस पर लगाया और वीडियो बनाने लगे।
2013 में बनाया था यूट्यूब चैनल
अंकित ने 2013 में 'हरियाणवी खागड़' नाम से अपना यूट्यूब चैलन शुरू किया था। इस चैनल पर वे फनी वीडियो शेयर किया करते थे। बाद में इस चैनल का नाम बदलकर अंकित बैयनपुरिया कर लिया। लॉकडाउन के बाद वे अपने चैनल पर पारंपरिक कुश्ती वर्कआउट की वीडियो शेयर करने लगे। आज इंस्टाग्राम पर उनके लगभग 50 लाख और यूट्यूब पर 18 लाख फॉलोवर्स हैं। बीते एक महीने में ही उनके फॉलोवर्स की संख्या लाखों में बढ़ी है।
क्यों पसंद किए जातें हैं अंकित?
अंकित बाकी फिटनेस इंफ्लुएंसर की तरह जिम जाकर और महंगी डाइट का इस्तेमाल कर फिट नहीं रहते हैं। वे खुद को फिट रखने के लिए देसी और पारंपरिक व्यायाम करते हैं जैसे देसी कुश्ती, रस्सी कूदना और दौड़ना। वे अपनी डाइट में भी देसी खान-पान का इस्तेमाल करते हैं। वे बेहद साधारण से घर और गांव के वातावरण में वीडियो बनाते हैं और ठेठ हरियाणवी में बोलते दिखाई देते हैं। इस वजह से लोग उनसे जुड़ाव महसूस करते हैं।