महाराष्ट्र: आयकर विभाग ने जालना में छापेमारी कर जब्त की 390 करोड़ की संपत्ति
आयकर विभाग की टीम ने महाराष्ट्र के जालना में स्टील और कपड़ा उत्पादन सहित रियल एस्टेट से जुड़े उद्योगपतियों के ठिकानों पर छापेमारी करते हुए कुल 390 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति जब्त की है। जब्त की गई संपत्ति में 58 करोड़ रुपये की नकदी, 32 किलो सोना और हीरा, मोती, चांदी के साथ अन्य संपत्तियों के दस्तावेज शामिल हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि विभाग की टीम को नकदी को गिनने में करीब 13 घंटे का समय लगा।
आयकर विभाग ने 3 से 8 अगस्त के बीच की छापेमारी
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार, विभाग के करीब 300 अधिकारी और कर्मचारियों ने 3 से 8 अगस्त के बीच ये छापेमारी की है। छापेमारी जालना स्थित कालिका स्टील ऐलॉय प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर और प्रमोटर घनश्याम गोयल, श्री राम स्टील, एक को-ऑपरेटिव बैंक, निवेशक विमलराज और डीलर प्रदीप बोरा के ठिकानों पर की गई थी। प्रदीप बोरा के यहां तो अभी भी छापेमारी चल रही है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
फार्महाउस और बैंक लॉकर से मिली नकदी
विभागीय सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान 58 करोड़ रुपये घनश्याम गोयल और उनके सहयोगी के फार्महाउस और बैंक लॉकर से मिले हैं। इनमें 28 करोड़ रुपये फार्महाउस और 30 करोड़ रुपए बैंक लॉकर से मिले हैं। इसी तरह उनके घर से 14 करोड़ रुपये के हीरे और मोती के जेवर बरामद हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने संपत्ति के कुछ संपत्तियों के दस्तावेज और डिजिटल डाटा भी बरामद किया है।
वाहनों में बारात के स्टीकर लगाकर पहुंचे अधिकारी
सूत्रों के अनुसार, व्यापारिक समूहों द्वारा कथित कर चोरी की सूचना मिलने पर छापेमारी के लिए राज्य भर से 300 अधिकारियों की पांच टीमों का गठन किया था। कार्रवई के लिए 120 से अधिक वाहनों का इस्तेमाल किया गया था। इन वाहनों के शीशों पर राहुल वेड्स अंजलि नाम से बारात के स्टीकर लगे हुए थे। स्थानीय लोग भी इसे शादी समारोह में जाने वाला काफिला समझ रहे थे। इस छापेमारी को गुप्त तरीके से अंजाम दिया गया था।
स्थानीय पुलिस को भी नहीं लगी भनक
आयकर विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई को गुप्त रखने के लिए स्थानीय पुलिस को भी सूचना नहीं दी। विभाग के अधिकारी तीन दिन तक कार्रवाई करते रहे। इस दौरान बड़ी मात्रा में नकदी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई।
नकदी गिनने में लगे 13 घंटे
छापेमारी के दौरान मिले 58 करोड़ रुपयों के बंडलों को लेकर अधिकारी स्टेट बैंक शाखा पहुंच गए। इसके बाद सभी अधिकारी नकदी को निगने में जुट गए। सुबह 11 बजे नकदी गिनने का काम शुरू हुआ जो रात 1 बजे तक चला। ऐसे में 13 घंटे में जाकर नोटों की गिनती पूरी हुई। इसके बाद स्वर्णकारों को बुलाकर सोने के आभूषणों का वजन कराया गया और उसके बाद उनका मूल्य आंका गया। यह जिले में हुई सबसे बड़ी कार्रवाई है।
राज्य के कई विभागों में स्टील मुहैया कराती है कंपनी
महाराष्ट्र के जालना जिले में स्थित कालिका स्टील और अलाय कम्पनी की स्थापना साल 2003 में की गई थी। इसकी नींव स्टील व्यवसायी अग्रवाल परिवार ने रखी थी। कालिका महाराष्ट्र के अलावा दुनिया के कई देशों में स्टील सप्लाई करती है। इसके साथ ही वह महाराष्ट्र के भारत संचार निगम लिमिटेड, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी (JNPT), बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC), राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) जैसे संस्थाओं में स्टील की आपूर्ति करती है।