भारत में जून में रोजाना लगीं औसतन 40 लाख खुराकें, चीन के बाद सबसे अधिक
जून में भारत में कोरोना वायरस वैक्सीनेशन अभियान में तेजी आई और दैनिक औसत बढ़कर 40 लाख के आंकड़े को पार कर गया। इसके मुकाबले मई में रोजाना औसतन महज 19.7 लाख खुराकें लगाई गई थीं। वैक्सीनेशन के औसत में ये तेजी मुख्य तौर पर केंद्र सरकार के वैक्सीन की 75 प्रतिशत सप्लाई को अपने हाथ में लेने और 21 जून से राज्यों को वयस्क आबादी के लिए मुफ्त में वैक्सीन प्रदान करने के बाद आई।
21-28 जून के हफ्ते में दुनिया में दूसरा सबसे अधिक रहा भारत का औसत
केंद्र सरकार की नई वैक्सीनेशन नीति लागू होने के बाद 21-28 जून के हफ्ते में रोजाना औसतन 57.7 लाख लोगों को खुराकें लगीं और कुल 4.6 करोड़ खुराकें लगाई गईं। इस हफ्ते का औसत दुनिया में चीन के बाद सबसे अधिक रहा। इस हफ्ते ब्राजील में रोजाना औसतन 10.4 लाख खुराकें, अमेरिका में 8.7 लाख खुराकें, जर्मनी में 8.1 लाख खुराकें, फ्रांस में 5.9 लाख खुराकें, इटली में 5.5 लाख खुराकें और यूनाइटेड किंगडम (UK) में 3.5 लाख खुराकें लगीं।
उत्तर प्रदेश समेत इन राज्यों में लगाई गईं सबसे अधिक खुराकें
21-28 जून के बीच में लगी 4.6 करोड़ खुराकों में से 86 प्रतिशत पहली खुराकें थीं और युवा इसमें आगे रहे। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात सबसे अधिक खुराकें लगाने के मामले में सबसे आगे रहे।
45 साल से अधिक उम्र की 45 प्रतिशत आबादी को लगी एक खुराक
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, अभी 45 साल से अधिक की लगभग 45 प्रतिशत आबादी को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लग चुकी है, वहीं 11 प्रतिशत आबादी को दोनों खुराकें लगी हैं। त्रिपुरा इस मामले में सबसे आगे है और यहां 45 साल से अधिक उम्र के 97.9 प्रतिशत लोगों को एक खुराक लग चुकी है। हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, लक्षद्वीप, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गोवा, केरल, मिजोरम, सिक्किम और उत्तराखंड में ये आंकड़ा 60 प्रतिशत से अधिक है।
18-44 साल के 15 प्रतिशत लोगों को लगी कम से कम एक खुराक
18 से 44 साल तक के लोगों की बात करें तो इस आयु वर्ग के लगभग 15 प्रतिशत हिस्से को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लग चुकी है। दमन और द्वीव इस मामले में सबसे आगे हैं और यहां 18-44 साल के 73 प्रतिशत लोगों को एक खुराक लग चुकी है। सिक्किम, दादर और नागर हवेली, गोवा, हिमाचल, अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख, लक्षद्वीप, मिजोरम और त्रिपुरा में यह आंकड़ा 30 प्रतिशत से अधिक है।
स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों में वैक्सीनेशन की ये स्थिति
स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे फ्रंटलाइन कर्मचारियों के वैक्सीनेशन के आंकड़े हालिया समय में सुधरे हैं। अभी तक 87 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मियों और 91 प्रतिशत फ्रंटलाइन कर्मचारियों को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लग चुकी है। इसी तरह 62 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मियों और 49 प्रतिशत फ्रंटलाइन कर्मचारियों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं। सरकार इन दोनों वर्ग के लोगों में अधिक से अधिक वैक्सीनेशन का लक्ष्य लेकर चल रही है।
भारत में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
16 जनवरी को वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने के बाद से अब तक देश में कोरोना वैक्सीन की 33,57,16,019 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 27,60,99,880 लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लग चुकी है, वहीं 5,96,16,139 लोगों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं। 21 जून के बाद से वैक्सीनेशन की रफ्तार में तेजी आई है और रोजाना औसतन 50 लाख से अधिक खुराकें लग रही हैं। हालांकि कल महज 27,60,345 खुराकें लगीं।