महाराष्ट्र: पाबंदियों ने बढ़ाई प्रवासी मजदूरों की चिंता, वापस घर लौटने पर कर रहे विचार
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाई गईं पाबंदियों ने प्रवासी मजदूरों को चिंता में डाल दिया है। इनका कहना है कि ये पाबंदियां लॉकडाउन जैसी हैं और इससे उनकी आय पर असर पड़ेगा। इसे देखते हुए कई प्रवासी मजदूर अपने घरों की तरफ निकल चुके हैं तो कई घर जाने की योजना बना रहे हैं। उन्हें डर है कि अगर लॉकडाउन लग जाता है तो ट्रेनें बंद हो जाएंगी और उनका लौटना मुश्किल हो जाएगा।
महाराष्ट्र सर्वाधिक प्रभावित, वीकेंड लॉकडाउन लागू
महाराष्ट्र कोरोना वायरस महामारी के कारण देश का सर्वाधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और यहां रोजाना रिकॉर्ड संख्या में मामले सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने रविवार को नई पाबंदियों का ऐलान किया था। इन पाबंदियों में नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन जैसे प्रावधान शामिल हैं। इसके अलावा मॉल, रेस्टोरेंट और बार आदि को बंद करने का फैसला भी लिया गया था। ये सभी प्रतिबंध सोमवार से लागू हो जाएंगे।
बीते दो दिनों में बढ़ी है स्टेशनों पर भीड़
इंडियन एक्सप्रेस ने अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि पिछले दो दिनों में कुर्ला के लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है। मुंबई से उत्तर प्रदेश और बिहार जाने के लिए यहीं से ट्रेनें चलती हैं। रविवार को जहां अधिकतर यात्री पहले से बुक की गई टिकट लेकर स्टेशन पर आए थे, वहीं कुछ ऐसे भी थे, जो पाबंदियां लागू होने की जानकारी मिलने के बाद अपने घर लौटना चाहते थे।
क्या कह रहे हैं घर लौटने वाले मजदूर?
लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर ट्रेन का इंतजार कर रहे उत्तर प्रदेश के गौंडा के रहने वाले सोहनलाल ने बताया कि उनके पास अब न तो कोई काम है और न ही पैसे बचे हैं। इसलिए वो शहर छोड़कर वापस अपने घर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो काम मिलने की उम्मीद लेकर फरवरी में मुंबई थे, लेकिन यहां कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते कोई काम नहीं है। अब नई पाबंदियों के चलते काम मिलने के आसार नहीं हैं।
"पाबंदियों के कारण नहीं मिलेगा नया काम"
बिहार के रहने वाले मुस्तफा शाह की चिंताएं भी सोहनलाल जैसी हैं। घरों में रंगाई-पुताई का काम करने वाले शाह ने बताया कि उन्हें काम मिला हुआ है, लेकिन कोरोना के डर के चलते लोग दूसरों को अपने घर में आने देने से डरते हैं। अब पाबंदियों की वजह से नया काम भी नहीं मिलेगा। शाह पिछले साल जून में अपने घर लौटे थे। दो महीने तक वहां कोई काम न मिलने के बाद वो वापस मुंबई आ गए थे।
काम पर पड़ेगा पाबंदियों का असर
एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) के साथ जुड़े अखिलेश राव ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में उनके पास प्रवासी मजदूरों के फोन आ रहे हैं और वो उनसे घर लौटने के संबंध में पूछताछ कर रहे हैं। राव ने कहा कि लॉकडाउन नहीं लगा है, लेकिन इन पाबंदियों की वजह से भी मजदूरों को काम मिलने में परेशानी आएगी। हालांकि, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की संख्या में बहुत तेज इजाफा नहीं हुआ है।
महाराष्ट्र और देश में संक्रमण की क्या स्थिति?
महाराष्ट्र में बीते दिन रिकॉर्ड 57,074 लोगों को संक्रमित पाया गया और 222 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ यहां कुल संक्रमितों की संख्या 30,10,597 हो गई है, जिनमें से 55,878 लोगों की मौत हुई है। वहीं पूरे देश की बात करें तो शनिवार को रिकॉर्ड 1,03,558 नए मामले सामने आए और 478 मरीजों की मौत हुई। देश में अब तक कुल 1,25,89,067 लोग संक्रमित पाए गए हैं और 1,65,101 लोगों की मौत हो चुकी है।