राजस्थान: लंपी वायरस से जानवरों की मौत पर भाजपा का प्रदर्शन, पुलिस से भिड़े कार्यकर्ता
भारत में इस समय लंपी वायरस (LSD) बीमारी का प्रकोप बना हुआ है। देश के 18 राज्यों में इसके मामले आ चुके हैं और 80,000 से अधिक जानवरों की मौत हो चुकी है। राजस्थान इससे सबसे ज्यादा प्रभावित है और वहां 60,000 से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है। इसको लेकर मंगलवार को राजधानी जयपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधानसभा का घेराव करने के लिए किया कूच
लंपी वायरस को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के तहत भाजपा ने राजस्थान विधानसभा का घेराव करने की योजना बनाई थी। इसके तहत सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में विधानसभा की ओर बढ़ने लग गए। उनके सहकार मार्ग पर 22 गोदाम सर्किल के पास पहुंचते ही पुलिस ने उन्हें बैरिकेड्स लगाकर रोक लिया। इसका विरोध करने पर भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच बड़ी झड़प हो गई।
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पुलिस ने किया वाटर कैनन का इस्तेमाल
भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया। प्रदेशाध्यक्ष पूनिया भी आगे बढ़ने के लिए कार्यकर्ताओं के साथ एक बैरिकेडिंग पर चढ़ गए। ऐसे में पुलिस को मजबूरन कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। पुलिस की इस कार्रवाई में कई कार्यकर्ताओं को चोट आने की भी सूचना है। पुलिस और भाजपा कार्यकर्ता अभी भी आमने-सामने बने हुए हैं, लेकिन कार्यकर्ताओं को आगे नहीं जाने दिया जा रहा।
पूनिया ने बोला कांग्रेस पर हमला
पुलिस द्वारा कार्यकर्ताओं को रोकने को लेकर प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, "अभी श्राद्ध पक्ष चल रहा है। 2023 में कांग्रेस पार्टी का परमानेंट श्राद्ध हो जाएगा। भारत और राजस्थान से कांग्रेस सरकार का सफाया हो जाएगा।"
मुख्यमंत्री गहलोत ने दी सफाई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीमारी को लेकर ट्वीट के जरिए सफाई दी है। उन्होंने लिखा, 'वायरल बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीन केंद्र सरकार द्वारा दी जानी है। मैंने 15 अगस्त को भी बीमारी को लेकर बैठक बुलाई थी और इसमें विपक्ष के नेताओं को बुलाया गया था। मैंने सभी से बात कही है। हमारी प्राथमिकता गायों के जीवन को इस बीमारी से बचाना है, लेकिन वैक्सीन और दवाइयां देना केंद्र सरकार के ही हाथ में है।'
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राजस्थान में लंपी वायरस से हुई 60,000 पशुओं की मौत
राजस्थान में लंपी वायरस के कारण पिछले तीन महीनों में 60,000 से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है। इसी तरह आठ लाख से अधिक जानवर संक्रमित हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि प्रदेश के 22 जिलों में इस बीमारी ने पैर पसार दिए हैं। लंपी वायरस से हुई बड़ी संख्या में मौत की वजह से प्रदेश में दूध का उत्पादन भी घट गया है। दूध की कमी से कई जिलों में इसके दाम बढ़ गए हैं।
क्या है लंपी वायरस?
पशु चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, लंपी वायरस (LSD) जानवरों में को होने वाला एक बेहद संक्रामक चर्म रोग है। यह पॉक्स वायरस से जानवरों में फैलती है। यह बीमारी मच्छर और मक्खी के जरिए एक से दूसरे पशुओं तक पहुंचती है। इसके अलावा यह खून चूसने वाले कीड़े, मक्खियों की कुछ प्रजातियों, दूषित भोजन और पानी के जरिए भी फैलता है। संक्रमण के बाद समय रहते इलाज नहीं होने पर जानवर तड़पकर दम भी तोड़ देते हैं।
क्या हैं लंपी वायरस के लक्षण?
इस बीमारी में पशु के शरीर पर छोटी-छोटी गाठें बनती है जो बाद में बड़ी हो जाती हैं। जानवरों के शरीर पर जख्म दिखने लगते हैं और वह खाना कम कर देता है। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी घटने लगती है। शुरुआत में पशु को दो से तीन दिन के लिए हल्का बुखार रहता है। जानवरों के मुंह, गले, श्वास नली तक इस बीमारी का असर दिखता है। मुंह से लार निकलने के साथ आंख-नाक से भी स्राव होता है।
लंपी वायरस से प्रभावित राज्य कौनसे हैं?
पशुपालन और डेयरी विकास मंत्रालय के अनुसार, देश के गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड सहित 18 राज्यों के 200 से अधिक जिलों में लंपी वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। इन राज्यों में अब तक 80,000 पशुओं की मौत हो चुकी है। इनमें राजस्थान में सबसे अधिक 60,000 से अधिक पशुओं की मौत हुई है। इस बीमारी से देशभर में अब तक कुल 18 लाख पशु संक्रमित हो चुके हैं।
भारत ने लंपी वायरस के खिलाफ इजाद की वैक्सीन
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के दो संस्थानों हरियाणा के हिसार में स्थित ICAR-नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्विन्स ने उत्तर प्रदेश के इज्जतनगर स्थित ICAR-IVRI के सहयोग से लाइव एटेन्यूएटेड LSD वैक्सीन 'लंपी-प्रोवाकाइंड' (Lumpi-ProVacInd) विकसित की है।