महाकुंभ के पहले अमृत स्नान में उमड़ा जनसैलाब, सभी अखाड़ों के लिए 40-40 मिनट तय
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में मंगलवार को मकर संक्रांति के मौके पर पहला अमृत स्नान हुआ। इस मौके पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
महाकुंभ प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए सभी 13 अखाड़ों के स्नान का समय तय कर दिया है। सभी के लिए 40-40 मिनट दिए गए हैं।
मंगलवार को सबसे पहले भोर में पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और शंभू पंचायती अटल अखाड़ा ने अनुष्ठान का नेतृत्व किया।
महाकुंभ
तलवार, भाले और गदा लेकर पहुंचे नागा साधु
महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा सुबह 5:15 बजे अपने शिविर से निकले और सुबह 6:15 बजे घाट पर पहुंचे। वे स्नान कर सुबह 7:55 बजे अपने शिविर में लौट आए।
इसी तरह दिन भर अखाड़ों के स्नान का क्रम चलता रहेगा। सबसे अंत में पंचायती निर्मल अखाड़ा अमृत स्नान करेगा, जो शाम 5:20 बजे समाप्त होगा।
नागा साधु शरीर में भस्म लगाकर, हाथों में त्रिशूल, भाले, गदे और तलवार लेकर नाचते हुए संगम तट पर पहुंचे थे।
स्नान
आज 2 करोड़ से अधिक लोगों के स्नान करने की संभावना
13 जनवरी को पौष पूर्णिमा से महाकुंभ शुरू हुआ है। सोमवार को पहले दिन 1 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई थी। मंगलवार को मकर संक्रांति पर यह संख्या 2 करोड़ हो सकती है क्योंकि मकर संक्रांति पर संगम स्नान का महत्व है।
इससे पहले रविवार को 50 लाख और शनिवार को 33 लाख लोगों ने स्नान किया था।
मंगलवार को एपल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पावेल ने भी आस्था की डुबकी लगाई।
ट्विटर पोस्ट
महाकुंभ में उमड़ा जनसैलाब
महाकुम्भ में अमृत स्नान सबसे बड़ा पर्व है। अमृत स्नान प्राचीन परंपराओं और संस्कृति के साथ ही भारत की आध्यात्मिकता और आस्था का भी प्रतीक है। #महाकुम्भ_अमृत_स्नान pic.twitter.com/vvR6HqQumM
— MahaKumbh 2025 (@MahaaKumbh) January 14, 2025
अवसर
26 फरवरी तक रहेगा महाकुंभ
महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक 45 दिनों के लिए होगा। इस दौरान 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे। इसमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
प्रयागराज में तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए 1,50,000 तंबू लगाए गए हैं। 60 हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात हैं। ड्रोन कैमरे और गोताखोर भी लगे हैं।
अगला अमृत स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या, 3 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर होगा।