ललित मोदी ने रुचिर मोदी को घोषित किया अपना उत्तराधिकारी, जानें उनके बारे में
भारत में भगोड़ा घोषित कारोबारी ललित मोदी ने अपने बेटे रुचिर मोदी को केके मोदी फैमिली ट्रस्ट में अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में ललित ने लिखा, 'मैं जिस दौर से गुजरा हूं, उसे देखते हुए अब संन्यास लेने और आगे बढ़ने का समय आ गया है। मैं अपने बच्चों को तैयार करते हुए उन्हें सब सौंप रहा हूं।' आइए ललित के उत्तराधिकारी रुचिर के बारे कुछ अहम बातें जानते हैं।
मोदी इंटरप्राइजेज के डिजिटल परिवर्तन की अगुवाई कर रहे हैं रुचिर
ललित और मीनल सागरानी के दो बच्चों में 28 वर्षीय रुचिर बड़े हैं। उनकी एक छोटी बहन आलिया भी है और 2018 में उनकी मां की कैंसर से मौत हो गई थी। रुचिर सिगरेट निर्माता गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया लिमिटेड, केके मोदी समूह और मोदी एंटरप्राइजेज जैसी परिवार द्वारा नियंत्रित फर्मों के निदेशक हैं। उनकी वेबसाइट पर लिखा है कि वह मोदी एंटरप्राइजेज के डिजिटल परिवर्तन की अगुवाई कर रहे हैं, जिसे उनके दादा ने स्थापित किया था।
कहां से पढ़े हैं रुचिर?
रुचिर ने मुंबई और लंदन से अपनी स्कूली पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने लंदन की रीजेंट यूनिवर्सिटी से वैश्विक व्यापार प्रबंधन में स्नातक की डिग्री हासिल की। उन्हें अपने पिता की तरह ही क्रिकेट से लगाव है और उन्होंने साल 2016 से 2020 तक राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की अलवर इकाई का नेतृत्व भी किया। साल 2017 में रुचिर ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव भी लड़ा, लेकिन वह सीपी जोशी से हार गए।
पिता की तरह रुचिर को भी ग्लैमरस पार्टियों का शौक
रुचिर भी अपने पिता की तरह अपनी तड़क-भड़क वाली जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं और इंस्टाग्राम पर वह नियमित रूप से निजी जेट विमानों, अपनी यात्राओं और ग्लैमरस पार्टियों की तस्वीरें शेयर करते हैं। इसके अलावा वह विदेश में छुट्टियां मनाते हुए भी दिखते हैं। रुचिर मोदी वेंचर्स के संस्थापक और CEO हैं, जिसकी स्थापना 2015 में हुई थी और उन्होंने मोदी केयर (नेटवर्क मार्केटिंग), ट्वेंटी-फोर सेवन (सुविधा स्टोर) और कलरबार (सौंदर्य प्रसाधन) जैसे कुछ प्रोजेक्ट संभाले हैं।
कौन हैं ललित मोदी?
कोरोबारी ललित को भारत में IPL शुरू करने का श्रेय जाता है। वह 2005 से 2010 तक BCCI के वाइस प्रेसिडेंट थे। 2008 से 2010 तक ललित IPL के चेयरमैन और कमिश्नर रहे। 2010 में ललित को कमिश्नर के पद और फिर BCCI से भी सस्पेंड कर दिया गया था। ललित पर टैक्स चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और प्रसारण सौदों में हेरा-फेरी करने के आरोप हैं और उन्हें 2010 में लंदन बसने पर भारत सरकार ने भगोड़ा घोषित किया था।