लक्षद्वीप मे सोमवार को सामने आया कोरोना वायरस का पहला मामला
केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। बीते एक साल से महामारी से मुक्त लक्षद्वीप में सोमवार को पहली कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला था। सोमवार को यहां भारतीय रिजर्व बटालियन के एक जवान को इस खतरनाक वायरस से संक्रमित पाया गया। यह व्यक्ति 3 जनवरी को कोच्चि से कवाराती के लिए जहाज पर रवाना हुआ था और सोमवार को इसमें संक्रमण की पुष्टि हुई।
लक्षद्वीप ने दो सप्ताह पहले बदली थी SOP
अधिकारियों ने बताया कि संक्रमित मरीज लक्षद्वीप का रहने वाला नहीं है। केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप ने दो सप्ताह पहले अपनी मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) में बदलाव किया था। इसके तहत कोच्चि से आने वाले लोगों के अनिवार्य क्वारंटाइन को खत्म किया गया था। कोरोना संक्रमण को आगे फैलने से रोकने के लिए प्रशासन ने संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए सभी लोगों को क्वारंटाइन होने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही इनके कोरोना वायरस टेस्ट भी किए जाएंगे।
संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन ने बढ़ाई सख्ती
द्वीप समूह पर कोरोना की दस्तक के बाद प्रशासन ने सख्ती बढ़ाते हुए लोगों के एक से दूसरे द्वीप पर जाने पर रोक लगा दी है। मंगलवार से एक द्वीप के लोग और जहाज दूसरे द्वीप पर नहीं जाएंगे। साथ ही बाहर से आने वाले सभी लोगों के पास कोरोना वायरस टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है। बिना इस रिपोर्ट के किसी भी व्यक्ति को लक्षद्वीप में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
लक्षद्वीप में सितंबर से खुल रहे हैं स्कूल
एक तरफ जहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा था, वहीं दूसरी तरफ लक्षद्वीप में लोग इस महामारी की चिंता के बगैर जी रहे थे। महामारी की शुरुआत के लगभग एक साल तक यहां एक भी मामला सामने नहीं आया था। सामान्य स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने सितंबर से यहां पर स्कूल खोल दिये थे, जिसके बाद हजारों छात्र अपनी कक्षाओं में लौटे थे। अक्टूबर से छोटे बच्चों के लिए भी स्कूल खुल गए थे।
लक्षद्वीप ने खुद को महामारी से कैसे बचाया रखा?
लगभग 64,000 की आबादी वाला लक्षद्वीप कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अभी तक पूरी तरह सफल रहा था। यहां प्रशासन ने ऐहतियात बरतते हुए समय से तैयारी शुरू कर दी थी। बाहर से यहां आने वाले हर व्यक्ति का टेस्ट किया जा रहा था और क्वारंटाइन को लेकर सख्त नियम बनाए गए हैं। देश में लॉकडाउन लागू होने से पहले ही प्रशासन ने पर्यटकों के लिए हवाई पट्टियां और बंदरगाह बंद कर दिए थे।
देश में महामारी की क्या स्थिति?
देश में कुछ दिनों से संक्रमण की रफ्तार धीमी बनी हुई है। बीते दिन भारत में कोरोना के 10,064 नए मामले सामने आए और 137 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। देश में जून के बाद पहली बार एक दिन में इतने कम मामले सामने आए हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,05,81,837 हो गई है। इनमें से 1,52,556 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।