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कोलकाता मामला: IMA ने पश्चिम बंगाल सरकार को लिखा पत्र, कहा- सुरक्षा कोई विलासिता नहीं
इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन ने कोलकाता में अनशन पर बैठे डॉक्टरों की मांगों का समर्थन किया

कोलकाता मामला: IMA ने पश्चिम बंगाल सरकार को लिखा पत्र, कहा- सुरक्षा कोई विलासिता नहीं

Oct 11, 2024
11:23 am

क्या है खबर?

कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या किए जाने के मामले में देशभर में अभी भी गुस्सा बरकरार है। न्याय और कार्यस्थल की सुरक्षा की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर सड़कों पर हैं और कई दिनों से आमरण अनशन कर रहे हैं। इसी बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर अपनी जायज मांगों को अनशन पर बैठे डॉक्टरों की मांगे पूरी करने की अपील की है।

समर्थन

IMA ने डॉक्टरों की मांगों का समर्थन किया

IMA ने पत्र में लिखा, 'युवा डॉक्टरों को आमरण अनशन शुरू किए हुए करीब एक सप्ताह हो गया है और उनकी मांग पर तत्काल ध्यान दिए जाने की जरूरत है। हम उनकी जायज मांगों का समर्थन करते हैं।' पत्र में आगे लिखा है, 'सरकार सभी मांगों को पूरा करने में सक्षम है। शांतिपूर्ण माहौल और सुरक्षा कोई विलासिता नहीं है। यह एक जरूरी चीज है। हम अपील करते हैं कि मुख्यमंत्री होने के नाते आप डॉक्टरों की समस्याओं को सुलझाएं।'

हालात

अनशन के बीच जूनियर डॉक्टर अस्पताल में भर्ती

आमरण अनशन के कारण कुछ प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हुआ है और एक जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो को तो हालत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वरिष्ठ डॉक्टर सुवर्ण गोस्वामी ने कहा, "अनिकेत महतो की हालत बिगड़ गई है और उनके पैरामीटर अच्छे नहीं हैं। उन्हें आरजी कर अस्पताल ले जाया गया है और उन्हें गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया जाएगा। सरकार को डॉक्टरों के स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए।"

जानकारी

अनशन पर बैठे हैं ये डॉक्टर

आरजी कर अस्पताल के अनिकेत महतो, कोलकाता मेडिकल कॉलेज की स्निग्धा हाजरा, तनया पांजा और अनुस्तुप मुखोपाध्याय, SSKM अस्पताल के अर्नब मुखोपाध्याय, NRS मेडिकल कॉलेज के पुलस्थ आचार्य और KPC मेडिकल कॉलेज के सायंतनी घोष अनशन पर हैं। 2 अन्य डॉक्टर भूख हड़ताल पर हैं।

मांग

क्या है डॉक्टरों की मांगे?

डॉक्टरों ने सरकार के सामने पीड़िता को त्वरित न्याय दिलाने, स्वास्थ्य सचिव को उनके पद से हटाने, राज्य के सभी अस्पतालों में केंद्रीकृत रेफरल प्रणाली लागू करने और एक डिजिटल बेड रिक्ति मॉनिटर स्थापित करने की मांग की है। इसी तरह उन्होंने प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में टास्क फोर्स गठित करने के साथ अलग शौचालय, आराम कक्ष और CCTV लगाने, अस्पतालों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाने और नागरिक स्वयंसेवकों की जगह स्थायी महिला और पुलिस पुलिसकर्मी तैनात करने की मांग रखी है।

जानकारी

ये भी हैं डॉक्टरों की अन्य मांगे

डॉक्टरों ने अस्पतालों में सभी रिक्त पदों को भरने, मेडिकल कॉलेजों में धमकी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जांच समिति गठित करने के साथ राज्य नगर निगम और आवास बोर्ड में भ्रष्टाचार और अराजकता की तुरंत जांच कराने की भी मांग की है।

पृष्ठभूमि

क्या है महिला डॉक्टर की हत्या का मामला?

9 अगस्त को आरजी कर कॉलेज में एक महिला डॉक्टर का शव मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर की हत्या से पहले रेप की पुष्टि हुई थी। मामले में पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया था। फिलहाल केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जांच कर रही है। उसने पूर्व प्रधानाचार्य डॉ संदीप घोष और थानाप्रभारी मंडल को सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया है। इधर, मांगे पूरी न करने पर डॉक्टरों ने पिछले सप्ताह अनशन शुरू किया था।