पश्चिम बंगाल विधानसभा में NEET के खिलाफ प्रस्ताव पारित, कर्नाटक-तमिलनाडु और केरल के बाद चौथा राज्य
राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता परीक्षा (NEET) में पेपर लीक और धांधली की शिकायत आने के बाद पूरे देश में केंद्र सरकार के खिलाफ नाराजगी दिख रही है। इसे देखते हुए बुधवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सरकार ने NEET के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया और कहा कि मेडिकल के छात्रों के लिए नई परीक्षा होगी। पश्चिम बंगाल ऐसा प्रस्ताव पारित करने वाला तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल के बाद चौथा राज्य है।
क्या बोले शिक्षा मंत्री?
पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने इस मौके पर कहा कि जब संघीय ढांचे को ध्वस्त करने के लिए परीक्षाएं केंद्र को सौंपी गईं, तो उनकी तरफ से विरोध प्रदर्शन हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने कहा था कि NEET परीक्षाएं केंद्र को नहीं देनी चाहिए। प्रदेश में भाजपा ने सरकार के इस कदम का विरोध किया।
NEET को लेकर जारी है सड़क से लेकर संसद तक हंगामा
NEET को लेकर सड़क से लेकर संसद तक हंगामा जारी है। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में भी इस पर काफी देर बहस हुई। संसद में विपक्ष का INDIA गठबंधन सरकार पर हावी है। मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में NEET मुद्दे पर बोलते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पिछले 7 सालों में कोई पेपर लीक नहीं हुआ, जिस पर खूब हंगामा हुआ। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने भी NEET की दोबारा परीक्षा कराने से मना कर दिया।