वैक्सीन की कमी: कश्मीर में वैक्सीनेशन अभियान लगभग थमा, कई जिलों में एक भी खुराक नहीं
कोरोना वायरस वैक्सीन की भारी कमी के चलते देश में वैक्सीनेशन अभियान रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। कई जिलों में खुराकों की कमी के चलते वैक्सीनेशन अभियान रोकना पड़ा है। ऐसा ही हाल केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का है। श्रीनगर समेत यहां के अधिकतर जिलों में शनिवार को एक भी व्यक्ति को वैक्सीन नहीं लगाई गई। पूरी घाटी की बात करें तो शनिवार को केवल 504 खुराकें लगाई गईं। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
एक हफ्ते से नहीं मिला स्टॉक- अधिकारी
इस बारे में अधिकारियों को कहना है कि पिछले एक हफ्ते से उन्हें वैक्सीन की स्टॉक नहीं मिला है। NDTV से बात करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि कई जिलों को पिछले शनिवार को वैक्सीन मिली थी। उसके बाद से नया स्टॉक नहीं आया है और पहले वाली खुराकें खत्म हो चुकी हैं। कश्मीर की तुलना में जम्मू के हालात थोड़े बेहतर हैं। यहां शनिवार को 14,000 खुराकें लगाई गई थीं।
जम्मू-कश्मीर में लगाई गई कुल 28 लाख खुराकें
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में अभी तक 28 लाख से ज्यादा खुराकें लगाई जा चुकी हैं। इनके लाभार्थियों में पुलिस और सुरक्षाबल भी शामिल हैं और अधिकतर सुरक्षाबलों को पूरी तरह वैक्सीनेट कर दिया गया है। यानी उन्हें दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं।
केवल प्रतीकात्मक तौर पर हो रहा 18-44 साल वालों का वैक्सीनेशन
देश में 1 मई से वैक्सीनेशन अभियान का विस्तार करते हुए 18-44 साल के लोगों को भी इसमें शामिल किया गया था। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में इस आयुवर्ग के लिए केवल प्रतीकात्मक तौर पर ही वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। एक हफ्ते पहले वैक्सीन खत्म होने के कारण फिलहाल यहां 18-44 साल के लोगों को वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है। इससे पहले भी प्रतिदिन केवल 300 लोगों को वैक्सीनेट किया जा रहा था।
जम्मू-कश्मीर में महामारी की क्या स्थिति?
जम्मू-कश्मीर में बीते दिन आधिकारिक तौर पर कोरोना के 3,677 नए मामले सामने आए और 63 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही यहां कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 2.40 लाख से पार हो गई है और लगभग 3,100 लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमण पर काबू पाने के लिए यहां जारी लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को 24 मई तक आगे बढ़ दिया गया है। जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों के अलावा किसी को बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।
पूरा देश कर रहा वैक्सीन की कमी का सामना
दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश होने के बावजूद भारत इन दिनों वैक्सीन की भारी कमी का सामना कर रहा है। महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच भारत में अभी तक आबादी के महज 3 प्रतिशत हिस्से को ही वैक्सीन लगाई जा सकी है। भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हैं, जहां वैक्सीनेशन पूरी तरह मुफ्त नहीं है। इसके अलावा भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां की केंद्र सरकार अपने सभी नागरिकों के लिए वैक्सीन नहीं खरीद रही है।
देश में क्या है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 18,22,20,164 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 17,33,232 खुराकें लगाई गईं। वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है।