अभिनंदन वर्तमान और आतंकी ठिकानों पर बम बरसाने वाले पायलटों को मिलेगा वीरता सम्मान
फरवरी में बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी लड़ाकू विमान को मार गिराने वाले भारतीय वायुसेना का जांबाज पायलट अभिनंदन वर्तमान को सरकार सम्मानित करेगी। अभिनंदन को उनकी बहादुरी के लिए वीर चक्र से नवाजा जा सकता है। उनके अलावा बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर बम बरसाने वाले पांच मिराज-2000 विमानों के पायलटों को वीरता के लिए वायुसेना मेडल दिया जाएगा। काफी समय से इसके कयास लगाए जा रहे थे अभिनंदन को उनकी वीरता के लिए सम्मानित किया जाएगा।
तीसरा सर्वोच्च वॉर टाइम सम्मान है वीर चक्र
वीर चक्र, परमवीर चक्र और महावीर चक्र के बाद भारत की तीसरा सर्वाच्च वॉर टाइम वीरता सम्मान है। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, अभिनंदन फिलहाल अपनी चोटों से उबर रहे हैं और आने वाले महीनों में उनके कुछ मेडिकल टेस्ट होंगे। इन टेस्ट में पास होने के बाद वो फिर से लड़ाकू विमान उड़ा सकेंगे। उन्हें कुछ महीने पहले श्रीनगर में 51 नंबर स्क्वॉड्रन में तैनात किया गया था, लेकिन अब उन्हें किसी दूसरे बेस पर भेज दिया गया है।
"वीरता का होगा सम्मान"
एयर वाइस मार्शल (रिटायर्ड) मनमोहन बहादुर ने बताया कि अगर स्वतंत्रता दिवस को इन सम्मानों की घोषणा होती है तो यह लड़ाकू पायलटों द्वारा दिखाए किए पेशेवर अंदाज और उनकी वीरता की स्वीकारोक्ति होगी।
अभिनंदन ने मार गिराया था पाकिस्तानी लड़ाकू विमान
बालाकोट एयरस्ट्राइक से अगले दिन पाकिस्तानी विमानों ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की थी। विंग कमांडर अभिनंदन इनमें से एक पाकिस्तानी लड़ाकू विमान को मार गिराने की कोशिश में नियंत्रण रेखा से पार चले गए थे। उन्होंने पाकिस्तान एयरफोर्स के F-16 जेट को मार गिराया था, लेकिन इस दौरान उनके मिग-21 बाइसन को भी नुकसान पहुंचा था। उन्हें पैराशूट की मदद से पाकिस्तान में उतरना पड़ा। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।
बेहद खास है अभिनंदन की बहादुरी
अभिनंदन के इस बहादुरी भरे काम की दुनियाभर में तारीफ हुई थी। दरअसल, अभिनंदन ने मिग-21 बाइसन से पाकिस्तानी वायुसेना के F-16 लड़ाकू विमान को उड़ाया था। F-16, मिग-21 बाइसन से कहीं उन्नत विमान है।
60 घंटे पाकिस्तान की हिरासत में रहे थे अभिनंदन
लगभग 60 घंटे हिरासत में रखने के बाद पाकिस्तान ने उन्हें रिहा किया। भारत समेत दुनियाभर से बढ़ते दवाब के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को उनकी रिहाई की घोषणा करनी पड़ी। इसी बीच पाकिस्तानी सेना की हिरासत में बंद अभिनंदन का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वो बहादुरी से पाकिस्तानी सेना के सवालों का सामना कर रहे थे। 1 मार्च को अभिनंदन वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत लौटे थे।