झारखंड: लोकसभा चुनाव से पहले सिंहभूम में 12 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया
लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड के सिंहभूम जिले में 12 माओवादियों ने गुरुवार को सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने बताया कि माओवादी कोल्हान और चाईबासा में सारंडा के जंगलों में सक्रिय थे। यह एशिया का सबसे घना साल वन क्षेत्र है। हथियार डालने वाले सभी माओवादी मिसिर बेसरा के समूह से जुड़े थे, जिस पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित है। पुलिस ने उनके नाम और हथियारों की जानकारी साझा नहीं की है।
माओवादियों ने किया था पुलिस से संपर्क
पुलिस ने मीडिया को बताया कि सभी 12 माओवादियों ने चाईबासा पुलिस से संपर्क किया था और जंगल से बाहर निकलकर मुख्यधारा में लौटने की बात कही थी। गुरुवार को पुलिस पर भरोसा जताते हुए सभी लोगों ने हथियार डाल दिए। सभी का जल्द ही विधिवत तरीके से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कराया जाएगा। बता दें, सारंडा और कोल्हान ऐसे क्षेत्र हैं, जहां माओवादियों की ताकत दिखती है। एकसाथ 12 लोगों के आत्मसमर्पण से माओवादियों को झटका लगा है।
सिंहभूम में होगा 13 मई को चुनाव
कोल्हान और सारंडा के जंगलों में कई माओवादी छिपे हैं, जिनके लिए 10 अक्टूबर, 2023 से लगातार सुरक्षाबलों द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पश्चिमी सिंहभूम को वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों में से सबसे खतरनाक माना जाता है और यहां पिछले साल 46 माओवादी घटनाओं में 22 मौतें हुई थीं। इस साल जिले में माओवादी गढ़ के कई अंदरूनी इलाकों में 13 मई को मतदान है। यहां मतदानकर्मियों और चुनाव सामग्री को हेलीकॉप्टर से पहुंचाया जाएगा।