कश्मीर में फिदायीन हमलों की फिराक में हैं जैश और लश्कर- खुफिया इनपुट
क्या है खबर?
खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा सर्दियों में जम्मू-कश्मीर में बड़े हमलों की योजना बना रहे हैं।
इनका मकसद जम्मू-कश्मीर में स्थिति को सामान्य होने से रोकना है। खुफिया एजेंसियों ने सरकार को बताया है कि जैश के नेतृत्व ने इस हफ्ते अपने ट्रेनिंग पाए आतंकियों को बहावलुपर स्थित कैंप में बुलाया है ताकि भारत में फिदायीन हमलों को अंजाम देने की तैयारी की जा सके।
खुफिया जानकारी
बहावलपुर कैंप में मौजूद है जैश का सरगना मसूद अजहर
हिंदुस्तान टाइम्स ने सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से बताया कि जैश का सरगना मसूह अजहर और उसका छोटा भाई मुफ्ती अब्दुल रउफ असगर इस वक्त बहावलपुर में मौजूद है।
वहीं कुछ इनपुट में ये भी बताया गया है कि लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अब उजैल ने धमकी दी है कि भारत में जल्द ही बड़ा फिदायीन हमला किया जाएगा।
इसके अलावा कहा गया है कि ये संगठन नियंत्रण रेखा के जरिए आतंकियों की घुसपैठ को भी बढ़ायेंगे।
रिपोर्ट
कश्मीर में अपना प्रभाव जमाने के लिए संघर्ष कर रहे आतंकी संगठन
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद से कड़े सुरक्षा प्रतिबंधों के चलते अभी तक कश्मीर में कोई बड़ी आतंकी घटना नहीं हुई है।
ऐसे में अपना प्रभाव और उपस्थिति बचाए रखने के लिए ये आतंकी संगठन बड़े हमले की फिराक में हैं।
लगभग तीन महीने पहले 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 में बदलाव कर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में बांट दिया था।
घुसपैठ
घूसपैठ की घटनाओं पर लगी हुई है लगाम
रिपोर्ट में बताया गया है कि रावलपिंडी स्थित पाकिस्तानी सेना के हेडक्वार्टर से जैश को भारत में घुसपैठ के लिए हरी झंडी मिल गई है।
हालांकि, पिछले तीन महीनों में सीमा पर कड़ी निगरानी के चलते घुसपैठ की घटनाओं पर काफी हद तक लगाम लगी है।
भारतीय सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि पिछले तीन महीनों में सियालकोट सेक्टर से एकाध मौकों को छोड़कर घुसपैठ की घटनाएं नहीं हुई हैं। भारतीय सेना सीमा पर कड़ी नजर बनाए हुए है।
घुसपैठ
अफगानी आतंकी भी घुसपैठ की कोशिश में
खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिए थे कि कश्मीर घाटी में घुसपैठ के लिए जैश के 20 आतंकियों का समूह लॉन्चिंग पैड की तरफ जाते हुए देखा गया था। इसमें सात अफगानी आतंकी होने की भी जानकारी थी।
अक्टूूबर में पाकिस्तानी सेना ने इन आतंकियों को सीमा के पास रोककर वापस इनके बालाकोट और मन्सेरा कैंपों में भेजा था।
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक में बालाकोट कैंप नष्ट हो गया था, जिसे वापस शुरू किया गया है।