जम्मू-कश्मीरः अमरनाथ यात्रा के बाद मचेल माता यात्रा भी रोकी गई, राज्यपाल से मिले उमर अब्दुला
अमरनाथ यात्रा रोके जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में होने वाली मचेल माता यात्रा को भी सुरक्षा कारणों से रोक दिया गया है। प्रशासन ने कहा कि यात्रियों से यात्रा बीच में रोकने और वापस अपने घर लौटने को कहा है। 5 जुलाई से शुरू हुई यह यात्रा 5 सितंबर को खत्म होनी थी। इससे पहले शुक्रवार को सुरक्षा कारणों के चलते ही अमरनाथ यात्रियों को अपने घर वापस लौट जाने की सलाह दी गई थी।
सुरक्षा कारणों से तत्काल रोकी गई यात्रा
किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर अंग्रेज सिंह राणा ने बताया कि सुरक्षा कारणों के चलते हुए मचेल माता यात्रा तत्काल प्रभाव से रोकी गई है। बता दें कि लगभग दो महीने चलने वाली इस यात्रा में देशभर में हजारों लोग किश्तवाड़ के मचेल गांव में स्थित दुर्गा के मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। खूबसूरत नजारों वाली पद्दार घाटी में ये यात्री चढाई के दौरान 30 किलोमीटर का दुर्गम रास्ता तय कर मंदिर पहुंचते हैं।
शनिवार को घाटी में सामान्य दिखे हालात
सेना द्वारा आतंकी हमले की आशंका के मद्देनजर अमरनाथ यात्रा रोकने और राज्य में अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बाद पैदा हुई गहमागहमी शनिवार को शांत दिखी। श्रीनगर में सुबह से सामान्य जनजीवन चल रहा है। स्कूल और बाजार खुले हैं। शुक्रवार रात को एटीएम और राशन की दुकानों के बाहर लंबी लाइनें देखी गई थी, लेकिन शनिवार को इन इन दुकानों में सामान्य भीड़ नजर आई। वहीं पेट्रोल पंपों पर भी खास भीड़ नहीं दिखी।
शुक्रवार को केवल 704 यात्रियों ने किए गुफा के दर्शन
जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा एडवायजरी जारी होने का असर अमरनाथ यात्रा पर दिख रहा है। 2 अगस्त को अमरनाथ गुफा में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ी कमी देखी गई। शुक्रवार को सिर्फ 700 यात्रियों ने ही इस गुफा के दर्शन किए। इनमें से 596 बालटाल और 108 पहलगाम की ओर से गुफा में पहुंचे। एडवायजरी जारी होने के बाद यात्रियों को हेलिकॉप्टर के जरिए गुफा तक पहुंचाया जा रहा है।
राज्यपाल से मिलने पहुंचे उमर अब्दुला
अलर्ट पर सुरक्षाबल, जम्मू में पहुंची RAF
सुरक्षाबलों को अमरनाथ यात्रा मार्ग के पास से पाकिस्तान में बने बारूदी सुरंग का सामान और अमेरिकी स्नाइपर राइफल, दूरबीन, IED और दूसरे विस्फोटकों का एक गुप्त भंडार भी मिला था। इसके बाद अलर्ट जारी कर दिया गया है। सेना और एयरफोर्स को ऑपरेशनल अलर्ट पर रखा गया है। वहीं शनिवार को जम्मू में भी सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। यहां पर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की कंपनियां पहुंचनी शुरू हो गई है।
राज्यपाल बोले- शांति बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान न दें
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राज्य की राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधिमंडल को बताया कि सुरक्षाबलों को कुछ अहम सूचनाएं मिली हैं कि आतंकी अमरनाथ यात्रियों को निशाना बना सकते हैं। इस प्रतिनिधमंडल में PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, शाह फैजल, सज्जाद लोन, इमरान अंसारी शामिल थे। राज्यपाल ने कहा कि यह जिम्मेदारी सरकार की है कि सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षा मुहैया करवाई जाए। साथ ही उन्होंने शांति बनाए रखने और 'अफवाहों' पर भरोसा ना करने की बात कही है।
CRPF जवानों की छुट्टियों पर रोक
कश्मीर घाटी में आतंकी हमलों की आशंका को देखते हुए यहां तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों को नई छुट्टियां नहीं मिलेंगी। जवानों को नई छुट्टियां नहीं मिलेंगी और जो जवान छुट्टियों पर गए हैं उन्हें भी वापस बुलाया जा सकता है। आतंकी हमले की आशंका के अलावा आगामी 15 अगस्त को देखते हुए भी सुरक्षा कड़ी की जा रही है। वहीं एयरलाइन कंपनियों को भी अतिरिक्त उड़ानों के लिए तैयार रहने को कहा गया है।