कश्मीर से आए सेबों पर लिखे थे देश विरोधी नारे, फल विक्रेताओं की बहिष्कार की धमकी
क्या है खबर?
कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ एक और चीज जो बेहद पसंद की जाती है वो है कश्मीरी सेब।
लेकिन अब यही कश्मीरी सेब एक समस्या का कारण बने हुए हैं।
कश्मीर से आ रहे सेबों पर 'हम मांगे आजादी' और 'आई लव बुरहान वानी' जैसे भड़काऊ नारे लिखे हुए हैं, जिन्हें पढ़कर फल विक्रेताओं ने कश्मीरी सेबों का बहिष्कार करने की धमकी दी है।
पूरा मामला क्या है, आइए आपको बताते हैं।
घटनाक्रम
सेबों पर लिखे गए 'तेरी जान मेरी जान इमरान खान' जैसे नारे
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में फल विक्रेताओं के पास मंगलवार को कश्मीर से आई सेब की पेटियां आईं थीं।
पेटियों को खोलने पर उन्होंने पाया कि सेबों पर पाकिस्तान जिंदाबाद, तेरी जान मेरी जान इमरान खान, हम मांगे आजादी और आई लव बुरहान वानी जैसे नारे लिखे हुए थे।
इन नारों को काले मार्कर की मदद से सेबों पर लिखा गया था।
ग्राहकों ने इन सेबों को खरीदने से इनकार कर दिया है।
विरोध
फल विक्रेताओं ने की पाकिस्तान के विरोध में नारेबाजी
सेबों पर लिखे इन नारों को देखकर फल विक्रेताओं में भी भारी गुस्सा देखने को मिला।
कठुआ थोक बाजार के अध्यक्ष रोहित गुप्ता के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए फल विक्रेताओं ने धमकी दी कि अगर सरकार ने मामले में कार्रवाई नहीं की तो वो कश्मीरी सेबों को बहिष्कार करेंगे।
उन्होंने पाकिस्तान और आतंकवाद के विरोध में नारेबाजी भी की।
गुप्ता ने बताया कि सेबों पर उर्दू और अंग्रेजी में नारे लिखे गए थे।
जानकारी
मामले की जांच में जुटी पुलिस
मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और नाराज फल विक्रेताओं से बात की। उप पुलिस अधीक्षक मजीद ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
कश्मीरी सेब व्यापार
अनुच्छेद 370 पर फैसले के बाद आई कश्मीरी सेबों के निर्यात में कमी
बता दें कि 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद विरोध प्रदर्शनों का कश्मीर से सेबों के निर्यात पर असर पड़ा है और इसमें कमी आई है।
उत्तर और दक्षिण कश्मीर में सेब उगाने वालों ने केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में कटाई में देरी करने का फैसला किया है।
वहीं दक्षिण कश्मीर के कुछ इलाकों में आतंकियों ने भी किसानों को सेब की फसल नहीं काटने का निर्देश दिया है।