अगले महीने की शुरुआत से 200 नॉन-एसी ट्रेनें चलाएगा रेलवे, ऑनलाइन बुक होंगी टिकट
भारतीय रेलवे 1 जून से देशभर में 200 नॉन-एसी पैसेंजर ट्रेनें शुरू करेगा। फिलहाल रेलवे देशभर में 15 एसी ट्रेनें चला रहा है। 200 नई चलने वाली ट्रेनें इनसे अलग होंगी। रेल मंत्रालय ने ट्विटर पर जानकारी दी कि 1 जून से प्रतिदिन 200 अतिरिक्त टाइम टेबल ट्रेनें चलाई जाएंगी, जो नॉन-एसी सेकंड क्लास की ट्रेन होंगी और इनकी बुकिंग ऑनलाइन ही उपलब्ध होगी। मंत्रालय ने कहा कि ट्रेनों की सूचना शीघ्र ही उपलब्ध कराई जाएगी।
यात्रियों को ऑनलाइन बुक करनी होगी टिकट
कोई भी व्यक्ति इन ट्रेनों में यात्रा कर सकेगा। लगभग दो महीने बाद रेलवे साधारण यात्रियों के लिए इतनी बड़ी संख्या में ट्रेनें चला रहा है। हालांकि, अभी तक इन ट्रेनों के रूट और समय की जानकारी सामने नहीं आई है। यात्रियों को इनमें सफर करने के लिए ऑनलाइन टिकट बुक करनी होगी और उन्हें स्टेशन पर कोई टिकट नहीं मिलेगी। ये ट्रेनें पहले से चल रही 15 राजधानी एक्सप्रेस और श्रमिक स्पेशन ट्रेनों से अलग होंगी।
बड़े शहरों से चलाई जाएंगी ये ट्रेनें
माना जा रहा है कि ये 200 ट्रेनें सूरत, अहमदाबाद, दिल्ली और हैदराबाद जैसे शहरों से चलेंगी, जहां बड़ी संख्या में प्रवासी लोग काम करते हैं। इनमें से अधिकतर ट्रेनें उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों तक आएगी या इनसे गुजरेगी क्योंकि अधिकतर प्रवासी मजदूर इन्हीं राज्यों के रहने वाले हैं। गौरतलब है कि लॉकडाउन लागू होने के बाद से लाखों की संख्या में मजदूरों ने बड़े शहरों से इन राज्यों में अपने घरों की तरफ पलायन किया है।
30 जून तक बंद है रेलवे की नियमित पैसेंजर सर्विस
भारतीय रेलवे में लॉकडाउन जारी होने से पहले ही सभी पैसेंजर ट्रेनें बंद कर दी थी। हालांकि, इस दौरान मालगाड़ियों का संचालन जारी रहा। फिलहाल रेलवे की नियमित पैसेंजर सेवाएं 30 जून तक बंद रहेंगी। रेलवे का 200 नई ट्रेनें चलाने का फैसला लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू होने के दो दिन बाद आया है। देश में जारी लॉकडाउन का चौथा चरण 18 मई से शुरू हुआ था और यह 31 मई को खत्म होगा।
दोगुना की जाएगी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या
रेलवे का कहना है कि 200 नई ट्रेनें चलाने से उन प्रवासी मजदूरों को भी राहत मिलेगी, जो किन्हीं कारणों से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से नहीं जा सके। इसके अलावा रेलवे प्रवासी मजदूरों के लिए चल रही 200 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर दोगुना करने पर विचार कर रहा है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अगले दो दिनों में इन ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर 400 की जाएगी।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए बदले नियम
1 मई को जब श्रमिक स्पेशल ट्रेनें शुरू की गई तब गाइडलाइंस में कहा गया था कि ये राज्यों की मांग पर और गंतव्य राज्य की मर्जी के आधार पर चलेंगी। अब इन गाइडलाइंस में बदलाव किया गया है। ताजा नियमों के मुताबिक, अब रेलवे गृह मंत्रालय की सलाह पर इन ट्रेनों का संचालन करेगा। केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों की जरूरत के आधार पर रेल मंत्रालय ही इनका शेड्यूल, ठहराव और गंतव्य स्थान निर्धारित करेगा।