सरकार के पास नहीं है 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' की आधिकारिक जानकारी, लोकसभा में दिया जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सहित कई भाजपा नेता चुनावी रैली व अन्य सभाओं में खुलेआम 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' का नाम लेकर अपने विरोधियों पर निशाना साधते हैं। इसको लेकर लोगों के मन में सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर टुकड़े-टुकड़े गैंग कौनसी है और इसमें कौन-कौन शामिल हैं। सरकार ने इसको लेकर मंगलवार को लोकसभा में जवाब दिया है कि उसके पास इस गैंग की कोई आधिकारिक जानकारी ही नहीं है।
विपक्ष ने बहस के दौरान पूछे ये सवाल
लोकसभा में बहस के दौरान कांग्रेस नेता विंसेंट एच पाला और जसबीर सिंह गिल ने लिखित प्रश्न किया कि क्या गृह मंत्रालय या किसी केंद्रीय या राज्य कानून प्रवर्तन एजेंसी की ओर से 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' नामक संगठन की कभी कोई पहचान की गई है? क्या यह शब्द किसी तरह की विशिष्ट जानकारी पर आधारित है? क्या मंत्रालय या खुफिया एजेंसी की ओर से इससे जुड़े कथित नेताओं और सदस्यों की कोई सूची तैयार की गई है?
सरकार ने दिया यह जवाब
विपक्ष द्वारा लिखित सवाल पूछे जाने के बाद गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि मंत्रालय के पास इस गैंग के संबंध में भी अधिकारिक जानकारी नहीं है। इतना ही नहीं मंत्रालय यह भी नहीं जानता कि यह नाम (टुकड़े-टुकड़े गैंग) कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा दिए गए इनपुट पर आधारित है या नहीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी कानून प्रवर्तन एजेंसी द्वारा 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' से संबंधित कोई भी जानकारी सरकार में ध्यान में नहीं लाई गई है।
गृह मंत्रालय ने RTI में भी दिया था यही जवाब
RTI कार्यकर्ता साकेत गोखले ने दिसंबर में गृह मंत्रालय में आवेदन दाखिल कर 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के संबंध में पूरी जानकारी मांगी थी। मंत्रालय की ओर से 20 जनवरी को दिए गए जवाब में कहा गया था कि मंत्रालय को इस गैंग के संबंध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं है। उस दौरान कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री मोदी व गृहमंत्री अमित शाह द्वारा सभाओं में इस गैंग का उल्लेख करने को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत करने की बात कही थी।
2016 में पहली बार हुआ था 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' का जिक्र
'टुकड़े-टुकड़े गैंग' का पहली बार इस्तेमाल साल 2016 में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में विरोध प्रदर्शन के दौरान देश-विरोधी नारेबाजी के वीडियो सामने आए थे। उस दौरान पहली बार इस गैंग का नाम सामने आया था। उसके बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सहित अन्य भाजपा नेता टुकड़े-टुकड़े गैंग को लेकर विरोधियों पर निशाना साधने लगे। गृहमंत्री अमित शाह ने तो दिसंबर में इस गैंग को कांग्रेस की अगुवाई वाला करार दिया था।
विदेश मंत्री ने भी कही थी बड़ी बात
जनवरी में JNU में नकाबपोश हमलावरों द्वारा प्रदर्शनकारी छात्रों और शिक्षकों पर जानलेवा हमला कर दिया था। उसमें 35 लोग जख्मी हो गए थे। उस दौरान भी देश की रानजीति में गरमाहट आ गई थी और देशभर में इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हुए थे। उस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि वह भी JNU से ही पढ़कर निकले हैं, लेकिन उनके समय में वहां 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' नहीं हुआ करती थीं।