करगिल में पाकिस्तान के छक्के छुड़ाने वाले मिराज 2000 ने की एयर स्ट्राइक, जानिये इसकी खासियत
भारत ने पुलवामा हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान में घुसकर आतंकी कैंपों को नष्ट किया है। इस काम को अंजाम दिया भारतीय वायुसेना (IAF) के लड़ाकू विमान मिराज 2000 ने। IAF के 12 मिराज विमानों ने मंगलवार को सुबह लगभग 03:30 बजे पाकिस्तान के बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद स्थित जैश के कई कंट्रोल रूम और बाकी ठिकानों को उड़ा दिया। आइये, जानते हैं IAF के मिराज 2000 के बारे में कुछ बातें।
वायुसेना के सबसे मारक विमानों में से एक
मिराज 2000 का निर्माण फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट नेे किया है। यह वायुसेना के सबसे मारक विमानों में से एक है। भारत ने करगिल युद्ध के दौरान इन लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था। हालांकि, तब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश नहीं किया था। मिराज 2000 भारतीय वायुसेना के उन दो विमानों में से एक है, जिससे परमाणु बम गिराया जा सकता है। इस विमान में 9 प्वाइंट है, जहां हथियार रखे जा सकते हैं।
भारत के अलावा इन देशों के पास है मिराज
मिराज ने अपनी पहली उड़ान साल 1978 में भरी थी। यह मिराज 3 का अपडेटेड वर्जन है और कई मामलों में अमेरिकी कंपनी लॉकहिड मार्टिन के F16 फाइटर जेट को मात देता है। फिलहाल आठ देशों में लगभग 580 मिराज 2000 विमान हैं। यह विमान बोस्निया, कोसोवो, अफगानिस्तान, इराक, लिबिया आदि देशों में इस्तेमाल किया जाता है। फ्रांस की वायुसेना में इसे 1984 में ही शामिल किया गया था।
1982 में भारत ने पहली बार दिया था मिराज के लिए ऑर्डर
पाकिस्तान ने अमेरिका से एडवांस्ड F16 लड़ाकू विमान खरीदने का फैसला किया था। इसके बाद भारत ने 1982 में 40 मिराज 2000 विमानों का ऑर्डर दिया। भारत की सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के तहत भारत में 110 ऐसे विमानों का निर्माण करने वाली थी, लेकिन भारत ने सोवियत यूनियन ने मिग-29 की खरीद के बाद इस विचार को टाल दिया। साल 1986 और 2004 में भारत ने 10-10 मिराज 2000 का ऑर्डर दिया था।
करगिल में पाकिस्तान के छक्के छुड़ाए
पाकिस्तान ने 1999 में करगिल में हमला बोल दिया था। इस युद्ध में मिराज ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिये थे। करगिल क्षेत्र मे घुस आए पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ने में मिराज सबसे आगे रहा था। मिराज ने इस युद्ध में टाइगर हिल पर जमे दुश्मनों को तहस-नहस कर दिया था। हालांकि, उस वक्त मिराज पाकिस्तानी सीमा में नहीं घुसे थे, लेकिन मंगलवार को मिराज ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर उसे सबक सिखाया है।
परमाणु बम गिराने में सक्षम है मिराज 2000
करगिल युद्ध में निर्णायक भूमिका निभाने के बाद भारतीय वायुसेना ने 126 मिराज 2000 विमान खरीदने की योजना बनाई। हालांकि, यह योजना सिरे नहीं चढ़ सकी। वायुसेना ने इसकी जगह मीडियम मल्टी-रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट (MMCA) का फैसला किया। जिसके बाद इस योजना को रद्द कर 36 राफेल विमानों का ऑर्डर दिया गया। भारतीय वायुसेना में जगुआर के बाद मिराज 2000 ही एकमात्र ऐसा विमान है जो परमाणु बम गिराने में सक्षम है।
इतना खतरनाक है मिराज 2000
मिराज 2000 एक सिंगल-इंजन लड़ाकू विमान है। इसमें हथियार रखने के लिए नौ प्वाइंट हैं, जिनमें हवा से हवा में, हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल, बम और दूसरे हथियार रखे जा सकते हैं। इसकी हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल की रेंज 60 किलोमीटर तक है। यह विमान 4 मिका मिसाइल, 2 मैजिक मिसाइल, 3 ड्रॉप टैंक्स के साथ लैस हो सकता है। यह विमान लेजर गाइडेड बम गिराने में भी सक्षम है।