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पुलवामा आतंकी हमला: धमाके के समय पत्नी से फोन पर बात कर रहा था शहीद जवान

पुलवामा आतंकी हमला: धमाके के समय पत्नी से फोन पर बात कर रहा था शहीद जवान

Feb 16, 2019
01:22 pm

क्या है खबर?

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों की रुला देने वाली कहानियां सामने आ रही हैं। किसी जवान की अभी शादी हुई थी तो कोई हाल ही में पैदा हुई अपनी बेटी से पहली बार मिला तक नहीं था। शहीद हुए ऐसे ही एक जवान की झकझोर कर रख देने वाली कहानी सामने आई है। जिस समय जवान शहीद हुआ, वह अपनी पत्नी से फोन पर बात कर रहा था।

घटना

धमाके के बाद कट गया फोन

यह कहानी CRPF जवान प्रदीप सिंह यादव की है। जिस समय आत्मघाती हमलावर ने अपनी SUV गाड़ी से काफिले पर हमला किया और एक बस को उड़ा दिया, प्रदीप अपनी पत्नी नीरज देवी से फोन पर बात कर रहा था। उस समय प्रदीप का फोन तो कट गया, लेकिन इसके कुछ देर बाद नीरज को एक और फोन कॉल आया, जो CRPF कंट्रोल रूम से था। उन्होंने नीरज को उनके पति के हमले में शहीद होने की खबर दी।

आपबीती

बात करते वक्त पत्नी को सुनाई दी थी धमाके की आवाज

प्रदीप उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के अजान सुखसेनपुर का निवासी था। उसकी पत्नी नीरज ने बताया, "मैं अपने पति से फोन पर बात कर रही थी, जब मुझे दूसरी तरफ से बहुत तेज आवाज आई। इसके कुछ सेकंड बाद ही बिल्कुल शांति हो गई और फोन कट गया। इसके बाद किसी बड़ी अनहोनी की आशंका में मैंने उनकी खबर लेने के लिए कई बार फोन लगाया, लेकिन मेरे लिए सब कुछ खत्म हो चुका था।"

शहीद प्रदीप सिंह यादव

शहीद की हैं 2 बेटियां

जिस समय पुलवामा में यह हमला हुआ, नीरज अपने दो बच्चों के साथ अपने मायके कानपुर के बारा सिरोही गांव में थीं। पति के शहीद होने की जानकारी के बाद अपने ससुराल चली गईं, जहां प्रदीप का पवित्र शव शनिवार को पहुंचेगा। प्रदीप और नीरज की 2 बेटियां सुप्रिया (10) और सोना (2) हैं। नीरज ने बताया कि प्रदीप सोना से बहुत प्यार करता था और गुरुवार को भी फोन पर उन्होंने अपनी छोटी बेटी का हालचाल पूछा था।

बदला

परिवार चाहता है आतंकवादियों पर कार्रवाई

प्रदीप के परिजनों ने बताया कि नीरज के प्रदीप से फोन पर बातचीत करने के कुछ देर बाद ही हमने उसकी चीख सुनी और CRPF के फोन के बाद वह रोने लगी। प्रदीप के मामा के लड़के सोनू ने कहा कि उन्हें अपने भाई के बलिदान पर गर्व है, लेकिन अंदर गुस्सा भी बहुत है। उसने कहा कि अब हम भरोसा नहीं एक्शन चाहते हैं और यह सरकार के ऊपर है कि आतंकवादियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी चाहिए।