भारत ने UN में दी चीन को शिकस्त, बना ECOSOC की संस्था का सदस्य
क्या है खबर?
भारत ने एक और कूटनीतिक जीत हासिल करते हुए चीन को पछाड़कर यूनाइडेट नेशन्स कमीशन ऑन स्टेट्स ऑफ वूमेन (UNCSW) में सीट पर कब्जा कर लिया है।
UNCSW इकॉनोमिक एंड सोशल काउंसिल (ECOSOC) की संस्था है।
संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत के स्थानी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने इसकी जानकारी दी है।
इस सीट के लिए भारत, चीन और अफगानिस्तान में प्रतिस्पर्धा थी। भारत दोनों देशों को पछाड़ते हुए यह सीट हासिल करने में सफल रहा है।
जानकारी
लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण पर काम करता है UNCSW
UNCSW लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण पर काम कर करता है। यह संयुक्त राष्ट्र की एक प्रमुख संस्था है। किसी भी समय संयुक्त राष्ट्र के 45 सदस्य देश इस कमीशन के सदस्य होते हैं।
सदस्यता
2021 से 2025 तक सदस्य रहेगा भारत
भारत के हाथ लगे इस मुकाबले में अफगानिस्तान का प्रदर्शन भी अच्छा रहा था, लेकिन चीन पिछड़ गया। भारत 2021 से लेकर 2025 तक इस कमीशन का सदस्य रहेगा।
कोरोना वायरस संकट के कारण आलोचना का निशाना बने चीन के लिए इस हार को बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
चीन को यह झटका उस समय लगा है, जब वह इस साल लोकप्रिय बीजिंग वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस ऑन वूमेन (1995) की 25वीं सालगिरह मना रहा है।
ट्विटर पोस्ट
भारत ने सदस्य देशों को समर्थन के लिए शुक्रिया कहा
India wins seat in prestigious #ECOSOC body!
— PR UN Tirumurti (@ambtstirumurti) September 14, 2020
India elected Member of Commission on Status of Women #CSW. It’s a ringing endorsement of our commitment to promote gender equality and women’s empowerment in all our endeavours.
We thank member states for their support. @MEAIndia pic.twitter.com/C7cKrMxzOV
पिछली कामयाबी
जून में UNSC में अस्थायी सदस्य बना था भारत
इससे पहले जून में भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थायी सदस्य बना था। तब संयुक्त राष्ट्र महासभा के 193 में से 184 सदस्यों ने इस सीट के लिए भारत का समर्थन किया था।
उस समय भारत 2021-22 के लिए एशिया-प्रशांत इलाके से एकमात्र उम्मीदवार था।
बता दें कि भारत इससे पहले भी 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992, और 2011 और 2012 में भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य रह चुका है।
स्थायी सदस्यता
स्थायी सदस्यता की कोशिश में भारत
बता दें कि भारत कई सालों से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने की कोशिश कर रहा है, लेकिन चीन इसका विरोध करता आया है।
हालांकि, परिषद के बाकी स्थायी सदस्य अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस और रूस भारत के समर्थन में है।
चीन का दावा है कि भारत को स्थायी सदस्यता देने से संबंधित मुद्दों पर उन सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं है। चीन का कहना है कि वह इस मुद्दे पर सभी सदस्यों से चर्चा करेगा।
जानकारी
भारत को मिला फ्रांस का साथ
पिछले महीने राफेल विमानों की इंडक्शन सेरेमनी के दौरान भारत दौरे पर आईं फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने कहा था कि उनका देश UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करता है। इस मौके पर राजनाथ सिंह भी मौजूद थे।