हैंगओवर उतारने के लिए टहलने निकला व्यक्ति, चलते-चलते पहुंच गया दूसरे देश
कुछ लोग शराब के नशे में हंगामा करते हैं, तो कुछ लोग नशे में इतिहास रच देते हैं। अब ब्रिटेन के बार्ने रूल को ही ले लीजिए, इन्होंने शराब के नशे में जो किया है, उसके बारे में जानकार आपको बिलकुल भी यक़ीन नहीं होगा। दरअसल, शराब के नशे में होने पर रूल हैंगओवर उतारने के लिए पैदल टहलने निकले, लेकिन एक महीने बाद वह फ्रांस पहुँच चुके थे। आइए इस अनोखी घटना के बारे में विस्तार से जानें।
हैंगओवर के कारण टहलना किया था शुरू
ब्रिटेन के रूल ने इतनी शराब पी ली कि उन्हें हैंगओवर हो गया और उसे उतारने के लिए उन्होंने टहलना बेहतर समझा। टहलते-टहलते वह एक दिन ब्रिटेन के चेस्ट शहर से 800 किलोमीटर दूर फ्रांस पहुँच चुके थे। बता दें कि वो पिछले एक महीने से पैदल चल रहे थे। रूल के अनुसार, हैंगओवर के बाद टहलते रहने से उन्हें इतना अच्छा लगा कि उन्होंने चलते रहने का फ़ैसला कर लिया। अब उनका सफ़र स्पेन जाकर ही ख़त्म होगा।
दोस्तों के साथ ज़्यादा पीने से हो गया था हैंगओवर
आपको बता दें कि रूल ने पिछले महीने ही एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी से पढ़ाई छोड़ी थी और दोस्तों के साथ मस्ती करते हुए ज़्यादा शराब पी ली थी। रूल ने बताया कि दोस्तों के साथ ज़्यादा पीने की वजह से हैंगओवर हो गया। उन्होंने कहा, "मैंने सोचा कि टहलने से थोड़ा अच्छा लगेगा। दूसरी रात मुझे अहसास हुआ कि मैं पैदल चलते-चलते 21 किलोमीटर का सफ़र पूरा कर चुका हूँ। तभी मैंने सोच लिया कि अब वापस नहीं मुड़ना है।"
रोज़ाना 21 किलोमीटर पैदल चलते हैं रूल
रूल ने बताया, "मैं औसतन दिन में 21 किमी चलता हूँ। चेस्टर से रोस, फिर वाय और पूल, ब्रिकबेक्यू से पोर्टबेट और सेंट जर्मन और वहाँ से रेने और नानटेज और फिर एंजेर्स से होते हुए बोरडियूक्स पहुँचा हूँ।" उन्होंने आगे बताया, "इस ट्रिप का पूरा ख़र्च ख़ुद की सेविंग से मैं ही कर रहा हूँ। मैं अपने साथ एक मिनी टेंट ले गया था, क्योंकि तब मुझे पता नहीं था कि यह सफ़र इतना लंबा होगा।"
सफ़र के दौरान सीखी फ़्रेंच भाषा
रूल ने सफ़र के रोमांच के बारे में बताया कि इस सफ़र में कमाल के अनुभव हुए। उन्होंने फ़्रेंच भाषा सीखी और अब तो ट्रैवलिंग में ही उनकी दिलचस्पी है। उन्होंने कहा, "मेरा ट्रिप स्पेन के वेलेंशिया जाकर ख़त्म होगा, लेकिन उसके बाद एक बार फिर पेरिस आऊँगा और यहाँ आकर अपने अनुभवों को लिखूँगा।" रूल ने बताया, "मैं एक किताब के ज़रिए अपने सफ़र की कहानी दूसरों को बताना चाहता हूँ और अब यही मेरा उद्देश्य भी है।"