कोरोना वायरस: दिल्ली AIIMS में शुरू हुआ स्वदेशी वैक्सीन 'कोवैक्सिन' का इंसानी ट्रायल
कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहे देश के लिए एक और राहत की खबर आई है। हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक द्वारा तैयार की गई देश की पहली कोरोना वैक्सीन 'कोवैक्सिन' का शुक्रवार को दिल्ली AIIMS में इंसानी ट्रायल शुरू हो गया है। इस वैक्सीन की पहली खुराक एक 30 वर्षीय युवक को दी गई है। इससे पहले पिछले सप्ताह PGI रोहतक और पटना AIIMS में भी इसका इंसानी ट्रायल शुरू हो चुका है। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
NIV के साथ मिलकर भारत बायोटेक ने तैयार की है कोवैक्सिन
भारत बायोटेक ने पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के साथ मिलकर कोवैक्सिन तैयार की है। NIV ने मई में बिना लक्षण वाले कोरोना मरीज से वायरस का स्ट्रेन आइसोलेट किया और इसे BBIL को भेजा। उसके बाद कंपनी ने इसका इस्तेमाल करते हुए हैदराबाद में 'इनएक्टिवेटेड' वैक्सीन बनाने का काम शुरू किया। इंसानी ट्रायल के लिए मंजूरी लेने से पहले कंपनी ने चूहों और दूसरे जानवरों पर इसका ट्रायल किया था।
सात दिनों तक की जाएगी वॉलेंटियर की निगरानी
AIIMS के वैक्सीन विभाग के प्रमुख डॉ संजय राय ने बताया कि आज सिर्फ एक वॉलेंटियर पर ट्रायल किया गया। दिल्ली निवासी युवक की दो दिन पहले जांच की गई थी। वह पूरी तरह स्वस्थ है और उसके कोई अन्य बीमारी नहीं है। उसे दोपहर 01:30 बजे इंजेक्शन से 0.5 मिलीलीटर की पहली खुराक दी थी। दो घंटे की निगरानी के बाद उसे घर भेज दिया गया। उसके कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ। वह सात दिन तक निगरानी में रहेगा।
छह अन्य वॉलेंटियरों को शनिवार को दी जाएगी खुराक
राय ने बताया क्लीनिकल परीक्षण में शामिल छह अन्य युवकों की स्क्रीनिंग रिपोर्ट आने के बाद शनिवार को उन्हें उन्हें खुराक दी जाएगी। इन्हें भी सात दिन के लिए निगरानी में रखा जाएगा। फिलहाल वैक्सीन के ट्रायल में सबकुछ उम्मीद के मुताबिक चल रहा है।
1,100 से ज्यादा लोगों पर होगा ट्रायल
राय ने बताया कि भारत बायोटेक ने गत 1 जुलाई को दोनों चरणों के लिए वैक्सीन को रजिस्टर किया था। कंपनी दोनों चरणों में 1,125 लोगों पर इसका ट्रायल करेगी और 13 जुलाई से इसके लिए वॉलेंटियर का चयन शुरू हो गया। कंपनी का मानना है कि ट्रायल में एक साल और तीन महीने का समय लगेगा। पहले चरण में ही कम से कम एक महीने का समय लगेगा। इसके बाद ट्रायल की अंतरिम रिपोर्ट DGCI के पास भेजी जाएगी।
पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में यह होगा अंतर
राय ने बताया भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने वैक्सीन के इंसानी ट्रायल के लिए देश के AIIMS के साथ 12 संस्थानों का चयन किया है। पहले चरण में 375 लोगों पर परीक्षण होगा और इनमें से अधिकतम 100 AIIMS से होंगे। दूसरे चरण में 750 लोग शामिल होंगे। पहले चरण में 18 से 55 साल और दूसरे चरण में 12 से 65 साल के बीच की आयु के बीच के और पूरी तरह स्वस्थ लोगों पर परीक्षण किया जाएगा।
दिल्ली AIIMS में इंसानी ट्रायल के लिए किया 100 वॉलेंटियर्स का चयन
बता दें कि AIIMS में फिलहाल वैक्सीन के ट्रायल के लिए 100 वॉलंटियर्स को चुना गया है। इनमें पहले 50 वॉलंटियर को ही वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। सकारात्मक परिणाम आने के बाद अन्य वॉलेंटियरों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी।
वैक्सीन की लॉन्चिंग के समय को लेकर हुआ था विवाद
भारत बायोटेक की इस वैक्सीन की लॉन्चिंग को लेकर भी विवाद हुआ था। दरअसल, ICMR इस वैक्सीन को 15 अगस्त को लॉन्च करना चाहता था। इसके लिए उसने सभी प्रक्रियाओं को फास्ट ट्रैक करने को कहा था। इसे लेकर ICMR को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। विशेषज्ञों का कहना था कि कोई भी वैक्सीन इतने कम समय में तैयार नहीं हो सकती। इसके बाद ICMR ने इस पर स्पष्टीकरण जारी किया था।
भारत में 13 लाख के करीब पहुंची संक्रमितों की संख्या
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 49,310 नए मामले सामने आए और 740 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले और मौते हैं। इससे पहले कल 45,720 नए मामले सामने आए थे। इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 12,87,945 हो गई है, वहीं 30,601 लोगों की कोरोना के संक्रमण से मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 4,40,135 है।