भारत ने 2 महीने बाद कनाडा के नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवाएं बहाल कीं - रिपोर्ट
भारत और कनाडा में चल रहे तनाव के बीच थोड़ी राहत भरी खबर आई है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारत ने कनाडाई नागरिकों को जारी किए जाने वाले ई-वीजा पर लगी रोक हटा दी है। करीब 2 महीने पहले भारत ने ये रोक लगाई थी। G-20 देशों के वर्चुअल शिखर सम्मेलन से पहले ये खबर आई है। इसमें कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी शामिल हो रहे हैं।
21 सितंबर से निलंबित थीं वीजा सेवाएं
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने लगभग 2 महीने की रोक के बाद कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं। भारत ने कनाडा के साथ राजनयिक विवाद के चलते 21 सितंबर को वीजा सेवाओं पर रोक लगाई थी। तब विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उसका मकसद नागरिकों के प्रवेश को रोकना नहीं है, बल्कि कनाडा में भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा को खतरे को देखते हुए इन सेवाओं को निलंबित किया गया है।
G-20 सम्मेलन में ट्रूडो की मौजूदगी से जोड़कर देखा जा रहा कदम
भारत आज ऑनलाइन G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसको संबोधित करेंगे। इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ट्रूडो भी शामिल हो रहे हैं। भारत और कनाडा के बीच तनाव के बाद ये पहली बार है जब मोदी और ट्रूडो आमने-सामने आ रहे हैं। पहले सम्मेलन में ट्रूडो के शामिल होने पर संदेह था। भारत के वीजा बहाल करने के कदम को सम्मेलन में ट्रूडो की उपस्थिति से जोड़कर देखा जा रहा है।
भारत और कनाडा में निज्जर हत्याकांड को लेकर चल रहा विवाद
बता दें कि कनाडा और भारत के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर विवाद चल रहा है। कनाडा ने भारत पर निज्जर की हत्या करने का आरोप लगाया है। भारत ने इन आरोपों को बेतुका बताते हुए सिरे से खारिज किया है। आरोपों के बाद भारत ने कनाडा के 41 राजनयिकों को देश छोड़ने को कहा था और उन पर भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाया था।
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत से कनाडा जाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2013 के मुकाबले 2022 में कनाडा जाने वाले भारतीयों की संख्या 3 गुना बढ़ी है। 2011 में जहां 32,828 तो 2022 में 1.18 लाख भारतीय कनाडा गए थे। कनाडा में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र भी पढ़ाई के लिए जाते हैं। पिछले साल कनाडा में कुल 2.26 लाख भारतीय छात्र पढ़ाई के लिए गए थे। ये कनाडा में पढ़ने आने वाले विदेशी छात्रों का 41 प्रतिशत है।