भारत ने धनतेरस पर इंग्लैंड से वापस मंगवाया 102 टन सोना, जानिए इसके पीछे का कारण
भारत ने धनतेरस त्योहार पर इंग्लैंड से 102 टन सोना वापस मंगवाया है। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यह सोना लंदन में बैंक ऑफ इंग्लैंड में रखे अपने स्वर्ण भंडार से मंगवाया है। यह स्थानांतरण RBI के इस विश्वास को दर्शाता है कि मूल्यवान संपत्तियों को घर में ही रखा जाना चाहिए। इससे पहले 31 मई को भी RBI ने इंग्लैंड से 100 टन से अधिक सोना मंगवाया था। आइए इसके पीछे का कारण जानते हैं।
RBI ने सोने के स्थानांतरण में बरती विशेष सावधानी
RBI और भारत सरकार ने इंग्लैंड से सोने को स्थानांतरित करने के लिए विशेष सावधानी बरती। इसमें विशेष विमान और विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था सहित एक गुप्त मिशन शामिल था। इस स्थानांतरण को इतना गुप्त रखा था कि खुद RBI अधिकारियों के भी एक-दूसरे से इस संबंध में बात करने पर पाबंदी थी। रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने ब्रिटेन से और सोना भारत लाने के संकेत दिए हैं, लेकिन इस वर्ष महत्वपूर्ण शिपमेंट की संभावना से भी इनकार किया है।
RBI ने क्यों वापस मंगवाया सोना?
RBI ने सितंबर 2022 से अब तक 214 टन सोना वापस भारत मंगवाया है। दरअसल, RBI और भारत सरकार दुनिया भर में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहती है। सरकार में कई लोगों की राय है कि दुनिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच सोने को घर में रखना ज्यादा सुरक्षित है। बता दें कि सोने को एक सुरक्षित आश्रय संपत्ति माना जाता है। यह आर्थिक मंदी में भी अपना मूल्य बनाए रखती है।
सोना है एक विश्वसनीय विकल्प
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने को सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त है और मुद्रा नोटों की तरह अधिक छपाई के माध्यम से इसका अवमूल्यन नहीं किया जा सकता है। सोना मुद्रास्फीति के खिलाफ एक प्रभावी बचाव के रूप में भी काम करता है, और स्टॉक और अन्य प्रतिभूतियों की तुलना में सोने की कीमत आम तौर पर कम अस्थिर होती है। यही कारण है कि आर्थिक संकट के समय यह निवेश का एक विश्वसनीय विकल्प बन जाता है।
भारत के पास अब कितना सोना है?
विदेशी मुद्रा भंडार प्रबंधन पर नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2022 के बाद से अब तक भारत ने 214 टन सोना वापस मंगवाया है। वर्तमान में RBI के पास कुल 855 टन सोने का भंडार हैं, जिसमें से 510.5 टन घर में रखा हुआ है। इसी तरह 324 टन सोना ब्रिटेन में स्थित बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स की सुरक्षित अभिरक्षा में रखा हुआ है। RBI ने 20 टन से अधिक सोना जमा भी कर रखा है।
RBI बैंक ऑफ इंग्लैंड में क्यों जमा कराता है सोना?
बैंक ऑफ इंग्लैंड पारंपरिक रूप से अधिकांश केंद्रीय बैंकों के लिए भंडारगृह रहा है, जो 1697 से एक सुरक्षित "बुलियन वेयरहाउस" प्रदान करता है। भारत के लिए भी यह अलग नहीं है क्योंकि देश का कुछ सोने का भंडार स्वतंत्रता-पूर्व दिनों से ही लंदन में पड़ा है। सोने को अपने भंडार में स्थानांतरित करने से RBI को भंडारण लागत बचाने में भी मदद मिलेगी, जिसका भुगतान वह बैंक ऑफ इंग्लैंड को करता आ रहा है।
भारत के कुल विदेशी भंडार में सोने का हिस्सा हुआ 9.3 प्रतिशत
भारत के कुल विदेशी भंडार में अब सोने का हिस्सा 9.3 प्रतिशत हो गया, जो मार्च में 8.1 प्रतिशत ही था। वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में उछाल से इस स्थानांतरण को बल मिला है। मुंबई में सोने की मौजूदा कीमत करीब 78,745 रुपये प्रति 10 ग्राम है और अगले साल इसके 85,000 रुपये प्रति 10 ग्राम होने की संभावना है। इसका कारण आर्थिक अनिश्चितता और संघर्ष के दौर में सोने में बढ़ती निवेशकों की दिलचस्पी है।