मालदीव की ओर बढ़ रहा चीन का जासूसी जहाज, भारत की चिंता बढ़ी
क्या है खबर?
चीन हिंद महासागर में लगातार अपनी दखल बढ़ाता जा रहा है। इस बीच खबर है कि चीन का एक जासूसी जहाज मालदीव की ओर बढ़ रहा है। इस खबर के बाद भारतीय नौसेना अलर्ट पर है।
मरीन ट्रैकर ऐप के अनुसार, चीनी जासूसी जहाज जावा और सुमात्रा के बीच स्थित सुंडा जलडमरूमध्य को पार करने के बाद इंडोनेशिया के तट से रवाना हो गया है और 8 फरवरी को मालदीव की राजधानी माले में पहुंच सकता है।
रिपोर्ट
जहाज के दौरे का समय बेहद अहम
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, 2019 और 2020 बीच भी इस चीनी जासूसी जहाज ने माले का सर्वे किया था। इसे बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में भी देखा जा चुका है।
ये जहाज ऐसे समय पर आ रहा है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद से मालदीव और भारत के बीच तनाव बना हुआ है।
इस तनाव के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने बीजिंग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी।
मालदीव
मालदीव सरकार ने क्या कहा?
मालदीव सरकार ने पुष्टि की है कि चीन का जहाज अगले महीने की शुरुआत में राजधानी माले में पहुंचेगा।
मालदीव सरकार ने अपने बयान में कहा, "मालदीव हमेशा मित्र देशों के जहाजों के लिए एक स्वागत योग्य गंतव्य रहा है और शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए बंदरगाह पर जाने वाले जहाजों की मेजबानी करता है। यह मालदीव की सदियों पुरानी परंपरा को दिखाता है। इससे मालदीव और साझेदार देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत होते हैं।"
जहाज
भारत को क्या है खतरा?
चीन का जासूसी जहाज 'जियांग यांग होंग 03' करीब 4,300 टन वजनी है। ये लंबे समय से हिंद महासागर का सर्वेक्षण कर रहा है। इस तरह के अनुसंधान जहाज चीनी सेना को मूल्यवान डाटा प्रदान कर सकते हैं।
हाल ही में भारत और अमेरिका ने हिंद महासागर में चीनी जासूसी जहाजों और बैलिस्टिक मिसाइल ट्रैकर्स को को लेकर भी एक चेतावनी जारी की थी।
ये चीनी जहाज भारतीय नौसेना के अड्डों और परमाणु संयंत्रों की जासूसी कर रहे थे।
श्रीलंका
भारत की आपत्ति के बाद चीनी जहाज को अनुमति देने से इनकार कर चुका है श्रीलंका
हाल में भारत के अनुरोध पर श्रीलंका ने चीनी जासूसी जहाज को अपने तट पर ठहरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
श्रीलंका ने कहा था कि वह चीनी जहाज को उसके बंदरगाहों पर रुकने या अपने विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) के भीतर संचालन की अनुमति नहीं देगा। भारतीय नौसेना इस जासूसी जहाज पर नजर बनाए हुए है।
पिछले साल चीन के गुआंगजौ से निकलने के बाद इस जहाज को 14 सितंबर को सिंगापुर में देखा गया था।
जहाज
हिंद महासागर में तैनात हैं 25 चीनी जहाज
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीनी सेना के युद्धपोतों, पनडुब्बियों, बैलिस्टिक मिसाइल ट्रैकर्स और अनुसंधान जहाजों सहित कम से कम 25 चीनी जहाज हिंद महासागर क्षेत्र में संचालित हैं।
2019 के बाद से चीन हिंद महासागर क्षेत्र में लगभग 48 जहाजों को तैनात कर चुका है। इन सभी जहाजों की तैनाती बंगाल की खाड़ी से लेकर अरब सागर और फारस की खाड़ी तक की गई है।
इसे लेकर भारत और अमेरिका चिंता व्यक्त करते आए हैं।
तनाव
चीन समर्थक और भारत विरोधी हैं मालदीव के मौजूदा राष्ट्रपति
मालदीव के मौजूदा राष्ट्रपति मुइज्जू को भारत विरोधी और चीन समर्थक माना जाता है। उन्होंने अपने चुनावी अभियान में 'इंडिया आउट' का नारा दिया था और भारत के खिलाफ जन भावनाओं को भड़काया था।
हाल में मालदीव सरकार के मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इससे दोनों देशों के रिश्तों में और भी खटास आ गई।
राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत सरकार से 15 मार्च तक मालदीव से भारतीय सैनिकों को हटाने को भी कहा है।