हिमाचल प्रदेश: भूस्खलन के कारण कुल्लू-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग बंद, सैकड़ों वाहन फंसे
क्या है खबर?
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बीच हुए एक और भूस्खलन के कारण कुल्लू-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है।
कुल्लू के उपायुक्त ने बताया कि पंडोह और कमांद के रास्ते कुल्लू को मनाली से जोड़ने वाले राजमार्ग पर सैकड़ों वाहन फंस गए हैं और यातायात बहाल करने के लिए काम किया जा रहा है।
गौरतलब है कि राज्य में पिछले एक महीने में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
स्थिति
राज्य में 347 सड़कें अब भी बंद
हिमाचल प्रदेश के आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, राज्य में फिलहाल 347 सड़कें बंद हैं। मंडी में 182, शिमला में 39 और कुल्लू में 32 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं, जिसके चलते सैकड़ों वाहन विभिन्न इलाकों में फंसे हुए हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि मंडी और कुल्लू में मुख्य मार्गों की जगह वैकल्पिक मार्गों के जरिए फंसे हुए वाहनों को निकालने की कोशिश की जा रही है, जिसके लिए अतिरिक्त पुलिसबल तैनात किए गए हैं।
स्थिति
हिमाचल में 22,000 से अधिक इमारतों को खतरा
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, 22,000 से अधिक इमारतों को खतरा उत्पन्न हो गया है। कई इमारतें बाढ़, भूस्खलन और जमीन धंसने के कारण क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।
इसके अलावा मंडी और सोलन जिलों के गांवों में सैकड़ों घरों में दरारें आ गई हैं, जिन्हें खाली करवाया जा रहा है।
गौरतलब है कि हाल ही में कुल्लू के आनी में कई इमारतें गिर गई थीं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
राहत
सरकार ने सेब उत्पादकों को दी बड़ी राहत
हिमाचल प्रदेश सरकार ने रास्ते बंद होने के कारण सेबों की सप्लाई सुचारु रूप से नहीं होने से परेशान उत्पादकों को बड़ी राहत प्रदान की है।
सरकार ने सेब उत्पादकों को मंडी मध्यस्थता योजना के तहत सेब का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 10.50 रुपये से बढ़ाकर 12 रुपये प्रति किलोग्राम कर दिया है।
इसके साथ ही किन्नू, माल्टा और संतरे की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य भी 10.50 रुपये से बढ़ाकर 12 रुपये प्रति किलोग्राम किया गया है।
अलर्ट
हिमाचल में बारिश को लेकर अलर्ट पर सरकार
हिमाचल प्रदेश में आने वाले कुछ दिनों और अधिक बारिश की आशंका के चलते राज्य सरकार अलर्ट मोड पर है।
हिमाचल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक डीसी राणा ने कहा कि सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, "सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है। बचाव दल बाढ़ और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में तेजी से जाने के लिए तैयार हैं।"