किसान आंदोलन के कारण हरियाणा के अंबाला में 4 दिन तक इंटरनेट प्रतिबंधित
हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर पिछले 8 महीनों से डेरा जमाए किसानों ने शुक्रवार को दिल्ली तक पैदल मार्च शुरू किया है, जिसने हरियाणा सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है। शुक्रवार को अंबाला जिला प्रशासन ने 4 दिनों के लिए जिले में इंटरनेट पर रोक लगा दी। 9 दिसंबर के बाद इसे हटाने पर फैसला लिया जाएगा। इंटरनेट जिले के डंगदेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, बारी घेल, लहर्स, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू के क्षेत्र में बंद रहेगा।
धारा 163 लागू, स्कूल भी बंद
किसान आंदोलन को देखते हुए जिला प्रशासन ने धारा 163 लागू करते हुए क्षेत्र में 5 से अधिक लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी है। आंदोलन के कारण शुक्रवार को जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल भी बंद कर दिए गए। प्रशासन ने कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिले में सख्ती की है। किसान दोपहर 1 बजे के बाद शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए कूच करेंगे, जिसको लेकर भारी पुलिस बल तैनात है।
100 किसानों का दल जा रहा दिल्ली
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के आह्वान पर इस विरोध मार्च में भारतीय किसान यूनियन-एकता, किसान मजदूर मोर्चा (KMM) समेत हरियाणा की कई यूनियन शामिल हैं। करीब 100 किसानों का दल दिल्ली पैदल जा रहा है। किसानों की मांग है कि MSP के लिए कानूनी गारंटी के अलावा, किसान कर्ज माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन और बिजली दरों में बढ़ोतरी न की जाए। इसके अलावा 2021 के लखीमपुर हिंसा के पीड़ितों को न्याय दिया जाए।