कोरोना वायरस: मृत्यु दर में कमी लाने के लिए केजरीवाल सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए?
एक समय तेजी से कोरोना वायरस की चपेट में आई राजधानी दिल्ली में अब संक्रमण के मामले और मृतकों की संख्या में कमी आने लगी है। इसके लिए केंद्र और केजरीवाल सरकार ने अपने-अपने स्तर पर बेहतरीन प्रयास किए हैं। अब दिल्ली सरकार का पूरा फोकस कोरोना मृत्यु दर को शून्य पर लाने पर टिका हुआ है और इसके लिए सरकार ने कई बड़े कदम भी उठाए हैं। आइये जानते हैं कि इसके लिए सरकार ने क्या प्रयास किए हैं।
मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार ने किया समितियों का गठन
इंडिया टुडे के अनुसार दिल्ली सरकार ने मृत्यु दर में कमी के लिए गत 31 जुलाई को राज्य के 10 प्रमुख कोरोना समर्पित अस्पतालों में उच्च मृत्यु दर का विश्लेषण और अध्ययन करने के लिए डॉक्टरों की चार समितियों का गठन किया था। इन समितियों को अस्पतालों का दौरा कर उच्च मृत्यु दर के कारण जानने और उसके समाधान के लिए रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया था। गुरुवार को इन समितियों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रिपोर्ट सौंप दी।
स्वास्थ्य विभाग को दिया सुझावों को अमल में लाने का आदेश
समितियों द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के साथ मृत्यु दर में कमी लाने के सुझाव भी दिए गए हैं। इसको लेकर दिल्ली सरकार ने अपने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मृत्यु दर को शून्य पर लाने के लिए सभी सुझावों पर अमल कराने का आदेश दिया है।
सरकार ने 10 अस्पतालों को दी थी दिशा-निर्देशों की चेक लिस्ट
दिल्ली सरकार की ओर से गत 16 जुलाई को सभी 10 अस्पतालों को दिशा-निर्देशों की चेक लिस्ट देते हुए उनकी पालना के निर्देश दिए थे। इसके बाद जब गठित समितियों ने अस्पतालों का दौरा किया तो वहां दिशा-निर्देशों की पालना के चलते मृत्यु दर में कमी होना पाया गया। गत बुधवार को इन समितियों की बैठक में मुख्यमंत्री ने उन्हें मृत्यु दर शून्य पर लाने के प्रयास करने के निर्देश दिए थे। उसके बाद समितियां लगातार सुझाव दे रही है।
इन अस्पतालों के निरीक्षण के लिए गठित की गई थी समितियां
दिल्ली सरकार की ओर से मृत्यु दर में कमी लाने के लिए प्रमुख कोरोना समर्पित अस्पताल लोक नायक अस्पताल, GTB अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल, मैक्स ईस्ट और वेस्ट अस्पताल, गंगाराम अस्पताल, RML अस्पताल, जयपुर गोल्डन अस्पताल और अन्य के लिए चार समीक्षा समितियों का गठन किया गया था। इसके बाद समितियों ने इस सभी अस्पतालों का दौरा कर वहां मृत्यु दर में कमी लाने के लिए अपने सुझाव और उपाय बताए थे।
समितियों ने अस्पतालों को दिए ये अहम सुझाव
निरीक्षण के दौरान समितियों ने GTB अस्पताल प्रशासन को सभी कोरोना वार्डों को HFNO और BIAPP मशीनों से लैस करने तथा गंभीर मरीजों की जल्द पहचान कर उन्हें तत्काल ICU में शिफ्ट करने का सुझाव दिया था। इसी तरह सफदरजंग अस्पताल प्रशासन को स्कोरकार्ड का इस्तेमाल वार्डों में मरीजों की पहचान और शिफ्टिंग करने तथा गंभीर मरीजों का उपचार ICU और HDU में ही करने के सुझाव दिए गए थे।
गंभीर मरीजों की तत्काल पहचान का दिया सुझाव
समीक्षा समितियों ने LNJP अस्पताल को गंभीर मरीजों का शीघ्र पता लगाने के लिए स्कोरकार्ड का इस्तेमाल करने तथा उनका उपचार ICU में ही करने तथा गंगाराम अस्पताल प्रशासन को लंबे समय से वेंटीलेटर पर मौजूद मरीजों में समस्याओं का जल्दी पता लगाने तथा उसका उपचार कर उन्हें वेंटीलेटर से हटाने के सुझाव दिए गए। इससे अन्य मरीजों को समय पर ICU और वेंटीलेटर सुविधाएं मिल सकेगी। इन सुझावों ने बेहतरीन परिणाम दिखाए हैं।
दिल्ली की मृत्यु दर में आई बड़ी कमी
रिपोर्ट के अनुसार समीक्षा समितियों के सुझावों के कारण दिल्ली में कोरोना मृत्यु दर में बड़ी कमी आई है। बुधवार को राज्य में महज 11 लोगों की मौत हुई है। इसके उलट पूर्व में दिल्ली में प्रतिदिन 65-70 लोगों की मौत हो रही थी।
सभी अस्पतालों में लागू की जाएगी समितियों की सिफारिश
दिल्ली सरकार के अनुसार समितियों की सिफारिशों से प्रमुख 10 अस्पतालों की मृत्यु दर में बड़ी कमी आई है। इसका असर राज्य के कुल मामलों पर भी दिखाई दे रहा है। ऐसे में अब समितियों की सिफारिशों को राज्य के सभी अस्पतालों में लागू किया जाएगा। सरकार का मानना है कि इन सिफारिशों के दम पर जल्द ही राज्य में कोरोना मृत्यु दर को शून्य पर लाया जा सकता है। सिफारिशों की पालना की मॉनीटरिंग भी की जाएगी।
भारत और दिल्ली में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 56,281 नए मामले सामने आए और 904 की मौत हो गई। देश में कुल मामलों की संख्या 19,64,536 हो गई है, वहीं 40,699 लोगों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामलों की संख्या 5,95,501 है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 1,076 नए मामले सामने आए और 11 मरीजों की मौत हुई। राज्य में अब तक 1,40,232 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जिनमें से 4,044 की मौत हुई है।