कोरोना वायरस: सरकारी विश्लेषण में आया सामने, अन्य देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में भारत
क्या है खबर?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो कोरोना वायरस के प्रसार और इससे होने वाली मौतों के मामले में भारत अन्य देशों से बेहतर स्थिति में है।
मंत्रालय द्वारा किए गए विश्लेषण के अनुसार, भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले अन्य देशों के मुकाबले बेहद कम हैं। इसके अलावा मौतों के मामले में भी भारत की स्थिति अन्य देशों से बेहतर है।
आइए इस विश्लेषण पर विस्तार से एक नजर डालते हैं।
मरीजों की संख्या
भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर कोरोना के नौ मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय के विश्लेषण के अनुसार, भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर कोरोना वायरस से संक्रमण के केवल नौ मामले हैं, वहीं अन्य देशों में ये बेहद अधिक है।
स्पेन में प्रति 10 लाख लोगों पर सबसे अधिक 3,864 मामले सामने आए हैं, वहीं इटली में 2,732 और फ्रांस में 2,265 मामले सामने आए हैं।
वहीं अमेरिका में ये आंकड़ा 1,946 है।
वैश्विक औसत की बात करें तो प्रति 10 लाख लोगों पर कोरोना वायरस के 267 मामले हैं।
मौतें
भारत में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर 0.3 लोगों की मौत
कोरोना वायरस के कारण मौतों के मामले भी भारत बेहतर स्थिति में है। जहां भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर 0.3 लोगों की मौत हुई है, वहीं स्पेन में ये आंकड़ा 402 है।
इटली में प्रति 10 लाख लोगों पर 358 की कोरोना वायरस के कारण मौत हुई है। वहीं फ्रांस में ये आंकड़ा 263 और यूनाइटेड किंगडम (UK) में ये आंकड़ा 190 है।
वैश्विक स्तर पर प्रति 10 लाख लोगों पर मौतों का औसत 17.3 है।
टेस्टिंग
टेस्टिंग से संबंधित इस मामले में भी भारत बेहतर स्थिति में
अगर टेस्टिंग की बात करें तो भारत में भले ही कुल टेस्टों की संख्या बेहद कम हो, लेकिन एक मामले में ये ज्यादातर देशों से काफी आगे है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जब भारत में कोरोना वायरस के संक्रमणों की संख्या 10,000 से अधिक हुई, तब तक भारत 2,17,554 टेस्ट कर चुका था। इस मामले में वह केवल कनाडा ये पीछे है जहां 2,95,065 टेस्ट हुए थे।
वहीं अमेरिका में 1,39,878 और UK में 1,13,777 टेस्ट हुए थे।
संक्रमण की दर
भारत में संक्रमण दोगुने होने की दर भी कम
संक्रमण दोगुने होने की दर में भी भारत की स्थिति अन्य देशों से बेहतर है। अमेरिका, फ्रांस, UK और स्पेन में जहां कोरोना के मामले 750 से 1,500 और 1,500 से 3,000 होने में दो-तीन लगे, वहीं भारत में ये आकंड़ा चार दिन का रहा।
इसके बाद भारत की दर और गिरती गई और मामलों को 6,000 से दोगुना होकर 12,000 पहुंचने में छह दिन का समय लगा।
कनाडा को छोड़ अन्य पश्चिमी देशों में ये आंकड़ा चार दिन है।
बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने भी कही थी भारत की स्थिति बेहतर होने की बात
गौरतलब है कि लॉकडाउन को तीन महीने तक बढ़ाने का ऐलान करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि भारत अन्य देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है।
उन्होंने कहा था कि भारत ने सही समय पर सही कदम उठाए और इसी कारण भारत की स्थिति संभली हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय का ये विश्लेषण भी इसी तरफ इशारा करता है और दर्शाता है कि लॉकडाउन कोरोना को फैलने से रोकने में एक हद तक कामयाब रहा है।
कोरोना वायरस का प्रकोप
भारत में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
गुरूवार सुबह आठ बजे तक भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के 12,380 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 414 लोगों की मौत हुई है, वहीं 1,489 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है।
महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और जहां मरीजों की संख्या 3,000 पहुंचने वाली है। अब तक 2,916 लोगों को कोरोना से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 187 को इसके कारण जान गंवानी पड़ी है।