एयरो इंडिया प्रदर्शनी में दिखी 5वीं पीढ़ी के AMCA लड़ाकू विमान की झलक, जानिए खासियत
क्या है खबर?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार (10 फरवरी) को बेंगलुरु के येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर एशिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी मानी जाने वाली एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया।
इसमें 5वीं पीढ़ी के स्वदेशी लड़ाकू विमान एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) का भी अनावरण किया गया।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के तहत एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने भारतीय वायुसेना के इस्तेमाल के लिए इसे विकसित किया है।
विमान
क्या है AMCA लड़ाकू विमान और इसका महत्व?
AMCA एक 25 टन ट्विन इंजन वाला बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान है। इसमें 6.5 टन क्षमता का आंतरिक ईंधन टैंक है।
इसकी उन्नत स्टील्थ विशेषताएं इसे आधुनिक युद्ध में नई और विकासशील चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाती हैं।
इस विमान का निर्माण सरकारी स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा किया जाएगा।
इस परियोजना की प्रारंभिक लागत 15,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। इससे वायुसेना की युद्ध क्षमता का और अधिक विकास होगा।
पायलट
AMCA में होगा AI चलित इलेक्ट्रॉनिक पायलट
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट AMCA में उन्नत निर्णय लेने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा संचालित एक इलेक्ट्रॉनिक पायलट है।
इसमें वास्तविक समय के युद्ध समन्वय के लिए नेटसेंट्रिक वारफेयर सिस्टम और कई तरह के हथियारों के लिए 1,500 किलोग्राम क्षमता वाला एक आंतरिक हथियार भंडार भी है।
इसमें 4 किलोमीटर लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और कई सटीक निर्देशित हथियार रखे जा सकते हैं।
अन्य
इलेक्ट्रॉनिक पायलट से क्या मिलेगी मदद?
AI चलित इलेक्ट्रॉनिक पायलट विमान की स्थितिजन्य जागरूकता में बढ़ोतरी करेगा, जिससे खतरों का स्वतः पता चल जाएगा।
यह मुश्किल युद्ध स्थितियों में भी सहायता करेगा और मानव रहित हवाई वाहनों (UAV) के साथ सहज समन्वय प्रदान करेगा।
AMCA अपनी स्टील्थ विशेषताओं के कारण लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस, 4.5 पीढ़ी के एकल इंजन वाले बहुउद्देशीय जेट से अलग है। इसमें कम विद्युत-चुंबकीय संकेत हैं, जिससे यह दुश्मन के रडार सिस्टम में भी नहीं आएगा।
बयान
पूर्व परियोजना समन्वयक ने क्या दिया बयान?
ADA में पूर्व AMCA परियोजना निदेशक डॉ एके घोष ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "चौथी पीढ़ी के विमान को आमतौर पर इन स्टेल्थ सुविधाओं के लिए डिजाइन नहीं किया जा सकता है। हालांकि, उसमें कुछ सुविधाएं जोड़ी जा सकती हैं, लेकिन वह पूरी तरह से 5वीं पीढ़ी का विमान नहीं बन पाएगा।"
AMCA के साथ भारत उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान विकसित किए हैं।
जानकारी
इन देशों के पास भी हैं 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान
भारत के अलावा, अमेरिका के पास F-22 रैप्टर और F-35A लाइटनिंग II, चीन के पास J-20 माइटी ड्रैगन और रूस के पास सुखोई SU-57 जैसे 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान पहले से हैं। ऐसे में भारत अब इन देशों के साथ शामिल हो गया।
प्रदर्शन
एयरो इंडिया में और क्या प्रदर्शित होगा?
HAL के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ डीके सुनील ने बताया कि एयरो इंडिया में प्रदर्शनी में लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (LUH) को प्रदर्शित किया गया है। इसी तरह कॉम्बैट एयर टीमिंग सिस्टम (CATS) वॉरियर भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसकी अत्याधुनिक तकनीक भारतीय वायुसेना की लड़ाकू क्षमताओं को बढ़ाएगी।
उन्होंने बताया कि एवियोनिक्स, मैकेनिकल सिस्टम, इंजन और मानवयुक्त और मानवरहित विमानों के लिए विकसित विभिन्न नए उत्पाद भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
उत्पाद
प्रदर्शनी में दिखेगी HAL के इन उत्पादों की झलक
HAL ने कहा है कि प्रदर्शनी के फ्लाइंग डिस्प्ले में LCAMK 1A, HJT 36, HTT 40, LHU शामिल होंगे और स्टैटिक डिस्प्ले में LCA MK1 ट्रेनर, हिंदुस्तान 228, DO 228 और LUH 228 शामिल होंगे।
इसी तरह, स्वायत्त मल्टी-मोड एम्फीबियस ड्रोन, MBC 2 स्वार्म ड्रोन सिस्टम, AI संचालित मिशन प्लानिंग और डीब्रीफ सिस्टम का प्रदर्शन भी किया जा रहा है।
गैलियम नाइट्राइड (GaN) सेमीकंडक्टर समाधान और ड्रोन रोधी प्रणालियों के लिए D4 रडार के भी दिखने की उम्मीद है।
अन्य
ये अन्य उत्पाद भी दिखाए जाएंगे
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इस बड़ी प्रदर्शनी में अन्य भारत निर्मित उपकरण और रक्षा प्रणालियां भी शामिल हैं। इनमें कातिल, जेट आधारित लोइटरिंग म्यूनिशन, समुद्री निगरानी के लिए मल्टी यूटिलिटी लॉन्ग एंड्योरेंस (MULE) और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल प्रणाली रुद्रम II शामिल है।
इसी तरह एस्ट्रा मिसाइल, नौसेना एंटी-शिप मिसाइल (मध्यम रेंज) और अल्ट्रा-लाइट प्रिसिजन गाइडेड म्यूनिशन का भी प्रदर्शन किया जा सकता है।