उत्तराखंड: चमोली जिले में एक और ग्लेशियर टूटा, सरकार ने जारी किया अलर्ट
उत्तराखंड सरकार ने शुक्रवार को चमोली जिले की नीती घाटी के सुमना इलाके में ग्लेशियर टूटने की जानकारी मिलने के बाद अलर्ट जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि वो जिला प्रशासन और सीमा सड़क संगठन (BRO) के संपर्क में हैं। अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। फरवरी में भी चमोली जिले के तपोवन में ग्लेशियर का टूकड़ा टूट गया था, जिससे भारी नुकसान हुआ था।
प्रशासन को जानकारी प्राप्त करने के आदेश- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री रावत ने ट्वीट कर ग्लेशियर टूटने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, 'नीती घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है। इस संबंध में मैंने एलर्ट जारी कर दिया है। मैं निरंतर जिला प्रशासन और बीआरओ के सम्पर्क में हूँ।' उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को मामले की जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिए गए हैं। NTPC और दूसरी परियोजनाओं में रात के समय काम रोकने के आदेश दे दिए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना ना होने पाये।
गृह मंत्री ने लिया सूचना का संज्ञान- रावत
एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा कि गृह मंत्री अमित शाह ने ग्लेशियर टूटने की सूचना का संज्ञान लिया है। उन्होंने उत्तरारखंड को पूरी मदद देने और ITBP को सतर्क रहने के लिए कहा है। जानकारी के लिए बता दें कि सुमना रैनी गांव से भारत-चीन सीमा की तरफ 40 किलोमीटर दूर है। रैनी गांव चमोली जिले की जोशीमठ तहसील के तपोवन इलाके में स्थित है, जहां फरवरी में ग्लेशियर टूटने बाढ़ आई थी।
ITBP के सभी जवान सुरक्षित- DGP
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए चमोली के आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। सुमना इलाके में कोई गांव नहीं हैं और वहां सिर्फ ITBP और BRO के कैंप बने हुए हैं। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक ने बताया कि ITBP के जवान सुरक्षित हैं। स्थिति का जायजा लेने के लिए टीमें भेजी गई हैं, लेकिन खराब मौसम के चलते अधिकारी घटना की पूरी जानकारी नहीं ले पाए हैं।
फरवरी में आई बाढ़ की याद को किया ताजा
सुमना इलाके में ग्लेशियर टूटने की घटना ने फरवरी में आई बाढ़ की याद को ताजा कर दिया है। ग्लेशियर टूटने से अलकनंदा-धौलीगंगा नदी में अचानक से पानी बढ़ गया और इससे इलाके में मौजूद ऋषिगंगा प्रोजेक्ट का बांध टूट गया था। इस सैलाब में अलग-अलग जगहों से 204 लोग लापता हुए थे। इनमें से अभी तक 80 शव मिल चुके हैं और 124 की तलाश अभी भी जारी है।