महिलाओं को फटी जीन्स में देखकर हैरानी होती है- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री
क्या है खबर?
उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने महिलाओं के कपड़ों को लेकर एक बयान दिया है, जिस पर विवाद शुरू हो गया है।
देहरादून में बाल सरंक्षण अधिकार की तरफ से आयोजित एक वर्कशॉप के उद्घाटन के मौके पर बोलते हुए रावत ने कहा कि औरतों को फटी जीन्स में देखकर हैरानी होती है।
पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले रावत इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी की तुलना भगवान राम से कर चुके हैं।
बयान
रावत ने क्या कहा?
रावत ने कहा कि युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ रही है। बच्चों को इससे बचाने के लिए संस्कार देने होंगे और उन्हें पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव से बचाना होगा।
उन्होंने कहा, "चिंता की बात है कि देश के युवा पश्चिमी संस्कृति से प्रभावित हो रहे हैं। नग्न घुटने दिखाए जा रहे हैं। फटे डेनिम पहने जा रहे हैं। ये संस्कार दिए जा रहे हैं। अगर ये घर से नहीं आ रहा तो क्या स्कूल और टीचर्स की गलती है।"
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कपड़ों को लेकर की ये टिप्पणी
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, रावत ने कहा कि वो एक NGO चलाने वाली महिला से मिले जिसने फटी हुई जीन्स पहनी थी, जिससे उसके घुटने दिख रहे थे।
रावत ने कहा, "अगर इस तरह की महिलाएं समाज में जाकर लोगों से मिले और उनकी परेशानी दूर करे, हम समाज और हमारे बच्चों को कैसा संदेश दे रहे हैं। यह सब घर से शुरू होता है। जैसा हम करेंगे, वैसा ही बच्चे करेंगे।"
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बच्चों को संस्कार देने की जिम्मेदारी पैरेंट्स की- रावत
रावत ने अपने भाषण में आगे कहा कि बच्चों को संस्कार देने की जिम्मेदारी पैरेंट्स की है। बच्चों को अगर गलत दिशा में जाने से रोकना है, तो उनकी गतिविधियों पर बराबर नजर बनाए रखने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, "अगर घर पर बच्चों को सही संस्कृति सीखाई जाती है तो वह भले ही कितना भी आधुनिक हो जाए, लेकिन जीवन में कभी असफल नहीं होगा।"
अपने भाषण में उन्होंने बच्चों को हिंदी माध्यम में पढ़ाने की बात भी कही।
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रावत बोले- हिंदी माध्यम में पढ़ाई से ज्ञान और संस्कार दोनों मिलेंगे
रावत ने कहा, "बच्चों को हिंदी माध्यम से पढ़ाना चाहिए। मैंने बहुत सारे IAS अधिकारी और नौकरशाह ऐसे देखे हैं, जिन्होंने हिंदी माध्यम से पढाई की थी। अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने की रेस हो रखी है, लेकिन अंग्रेजी माध्यम वाले बच्चे को जब तक 2-3 घंटे न पढ़ाया जाए, वह सब भूल जाएगा। अगर उन्हें शुरुआत से ही ट्यूशन न दी जाए तो वहीं कहीं नहीं पहुंच पाते। हिंदी माध्यम में पढ़ने से अच्छे संस्कार और अच्छा ज्ञान, दोनों मिलेगा।"
ट्विटर पोस्ट
यहां सुनिये रावत का बयान
एक महिला की फटी हुई जीन्स देखकर मुझे हैरानी हुई. मेरे मन में ये सवाल उठा कि इससे समाज में क्या संदेश जाएगा,
— News24 (@news24tvchannel) March 17, 2021
क्या वो अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दे पाएगी ? : CM तीरथ सिंह रावत #Uttarakhand #TeerathSinghRawat pic.twitter.com/0nTBAE6CN3
पुराना बयान
भगवान राम से की मोदी की तुलना
इससे पहले रावत ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना भगवान राम से करते हुए कहा था कि भविष्य में उनकी पूजा होगी।
एक आयुर्वेदिक कॉलेज के कार्यक्रम में बोलते हुए रावत ने कहा था, "भगवान राम ने समाज के लिए अच्छा काम किया था इसीलिए लोग उन्हें भगवान मानने लगे थे। इसी तरह भविष्य में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी ऐसा ही होगा।"
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