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फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन ने 162 विदेश यात्राएं कीं, इंटरपोल ने जारी किया नोटिस
फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन के बारे में कई खुलासे हुए हैं

फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन ने 162 विदेश यात्राएं कीं, इंटरपोल ने जारी किया नोटिस

लेखन आबिद खान
Jul 27, 2025
02:50 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से पकड़ाए फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन को लेकर कई खुलासे हुए हैं। पता चला है कि जैन ने बीते 10 सालों में 162 विदेश यात्राएं की हैं। वह सबसे ज्यादा 54 बार संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और 22 बार ब्रिटेन गया। पुलिस को शक है कि जैन लगभग 300 करोड़ रुपये के घोटाले में भी शामिल हो सकता है। उसके बैंक खातों की जांच की जा रही है।

देश

जैन ने किन-किन देशों की यात्रा की?

जैन ने जिन देशों की यात्रा की है, उनमें मॉरीशस, फ्रांस, कैमरून, स्विट्जरलैंड, पोलैंड, श्रीलंका, बेल्जियम, इटली, इंडोनेशिया, फिलीपींस, बुल्गारिया, तुर्की समेत कई अन्य देश शामिल हैं। 2009 से 2014 के बीच वो सबसे ज्यादा बार विदेश गया। उसने एक साल में 15 बार तक विदेश यात्राएं कीं। रिपोर्ट के मुताबिक, कई देशों में तो उसे डिप्लोमेट प्रोटोकॉल भी प्रदान किया गया था। पुलिस अब उसके विदेश संबंधों पर विस्तृत जानकारी जुटा रही है।

नोटिस

जैन के खिलाफ इंटरपोल का ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी

जैन के खिलाफ उत्तर प्रदेश STF ने इंटरपोल से संपर्क कर ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कराया है। इसकी मदद से जैन द्वारा दूसरे देशों में किए गए अपराधों और विदेश में चल रही कार्रवाई के बारे में पता लगाया जा सकेगा। नोटिस के जरिए STF ने जैन के बारे में 20 से ज्यादा देशों से जानकारी मांगी है। वह किन-किन देशों में गया, वहां कितने पैसों का लेन-देन हुआ, कितनी कंपनियां बनाईं, इन सबका पता लगाया जा रहा है।

घोटाला

फर्जी कंपनियों के जरिए हवाला में शामिल रहा जैन

STF ने पता लगाया है कि जैन कथित तौर पर एक फर्जी नौकरी रैकेट चला रहा था और हवाला के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग में भी शामिल था। अब तक करीब 25 कंपनियों और 20 बैंक खातों की जानकारी सामने आ चुकी है। इनमें से कई बैंक खातें विदेश में हैं, जिनके लेन-देन की जानकारी निकाली जा रही है। पुलिस अब जैन को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है, ताकि उससे और राज उगलवाए जा सके।

खुलासे

जैन के बारे में अब तक क्या-क्या खुलासे हुए?

STF के अनुसार, जैन अक्सर ब्रिटेन और दुबई जाता था, जहां वो कई विवादित लोगों के संपर्क में आया। लंदन में जैन ने विवादास्पद धर्मगुरु चंद्रास्वामी और हथियार डीलर अदनान खशोगी के साथ मिलकर काम किया था। STF ने बताया कि जैन ने विदेश में कई फर्जी कंपनियां बनाईं, जिनका इस्तेमाल हवाला लेनदेन और बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी के लिए किया गया। अधिकारियों का कहना है कि उसका पूरा धंधा धोखाधड़ी, हवाला और दलाली के तरीके पर चलता था।

परिचय

कौन है हर्षवर्धन जैन?

बीते दिनों STF ने जैन को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था, जहां वो वेस्ट आर्कटिका समेत कई देशों के फर्जी दूतावास चला रहा था और खुद को राजनयिक बताता था। पुलिस ने उसके बंगले से फर्जी राजनयिक नंबर प्लेटें लगीं 4 कारें, 18 फर्जी नंबर प्लेटें, 12 जाली राजनयिक पासपोर्ट, 44.70 लाख रुपये, कई विदेशी मुद्राएं, 34 फर्जी मुहरें समेत कई दूसरे जाली दस्तावेज बरामद किए थे। जैन ने लंदन से MBA किया है और उसके पिता प्रतिष्ठित उद्योगपति थे।