मेरठ इमारत हादसा: अब तक 10 लोगों की मौत, बचाव कार्य अभी भी जारी
उत्तर प्रदेश के मेरठ में शनिवार रात को गिरी एक 3 मंजिला जर्जर इमारत के गिरने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 3 को बचा लिया गया है। इसी तरह 1 अन्य अभी भी मलबे में दबे हुआ है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें मलबे में दबे लोगों को निकाले में जुटी है। इस बीच बारिश से बचाव कार्य में बाधा भी आ रही है।
अब तक 3 लोगों को जिंदा बचाया गया- जिला मजिस्ट्रेट
जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा ने बताया कि मलबे में कुल 14 लोग फंसे थे, जिनमें से 13 लोगों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया था। हालांकि, इनमें से 10 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि 1 अन्य अभी भी मलबे में फंसा हुआ है और उन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है। बारिश के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है, लेकिन इसके बाद भी बचाव टीमें युद्ध स्तर पर काम में जुटी हुई है।
कैसे हुआ हादसा?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जो मकान गिरा है वो जाकिर कॉलोनी की गली नंबर 7 में स्थित है। यह करीब 50 साल पुराना मकान है। मकान में 63 वर्षीय नफीसा उर्फ नफो, उनके बेटे साजिद और गोविंदा के परिवार रहते थे। मलबे में 3 महिलाएं, एक पुरुष और 10 बच्चों के दबे होने की जानकारी सामने आई है। सबसे निचले तल पर डेयरी संचालन के लिए 2 दर्जन भैंसे बंधी रहती थीं, जो भी हादसे का शिकार हो गई हैं।
हादसे में अब तक हुई इनकी मौत
जिला मजिस्ट्रेट दीपक के अनुसार, इस हादसे में अब तक साजिद (40) पुत्र अलाउद्दीन, साकिब (20), सानिया (15), रीजा (7), सिमरा (डेढ़ साल), नफीसा (63) उर्फ नफो पत्नी अलाउद्दीन और फरहाना की मौत होने की बात सामने आई है। तीन अन्य की शिनाख्त बाकी है।
बारिश से प्रभावित हुआ बचाव अभियान
हादसे के बाद लगातार हो रही बारिश बचाव अभियान में बाधा बनी रही। संकरी गलियों के कारण घटनास्थल पर JCB सहित तमाम तरह के पर्याप्त संसाधन नहीं पहुंच सके। इसी तरह तेज बारिश के दौरान मलबा हटाने में भी क्षेत्रवासियों और पुलिस को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान कई महिलाएं मलबे में दबे परिवार की सलामती के लिए दुआएं करती भी नजर आईं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बेहद सावधानी से बचाव अभियान जारी रखा है।
मुख्यमंत्री ने लिया हादसे का संज्ञान
घटना के बाद मौके पर बचाव अभियान जारी है। कमिश्नर सेल्वा कुमार जे, SSP डॉक्टर विपिन ताडा, SP सिटी आयुष विक्रम सिंह मौके पर मौजूद हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेते हुए हादसे पर दुख जताया है और मृतकों के परिजनों के प्रति सांत्वना प्रकट की है। उन्होंने बचाव दलों और अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। आसपास की इमारतों को भी खाली कराया गया है।