असम-मिजोरम सीमा पर फिर भड़की हिंसा, असम पुलिस के छह जवानों की मौत
असम-मिजोरम सीमा पर सोमवार को फिर हिंसा भड़क उठी। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथ्राव करने के साथ हवाई फायरिंग भी की है। इतना ही सरकारी वाहनों को भी निशाना बनाया गया है। इसमें असम पुलिस के छह जवानों की मौत हो गई। इधर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। इसके बाद गृह मंत्री ने दोनों मुख्यमंत्रियों से बात की है।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं लोग
बता दें कि मिजोरम के आईजोल, कोलासिब और मामित जिले असम के कछार और हैलाकांडी जिलों के साथ अंतर-राज्यीय सीमा साझा करते हैं। यह क्षेत्र विवादित माना जाता है और यहां समय-समय पर झड़पें होती रहती है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से यह तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। इसका कारण है कि असम पुलिस द्वारा उपद्रवियों द्वारा अतिक्रमण की गई भूमि को खाली कराने का अभियान चला रही है और लोग भूमि खाली नहीं करना चाहते हैं।
यहां देखें हिसा का वीडियो
10 जुलाई उपद्रवियों ने अधिकारियों के दल पर फेंका था IED
गत 10 जुलाई को सीमा का दौरा करने वाले असम सरकार के अधिकारियों के एक दल पर संदिग्ध बदमाशों ने IED भी फेंक दिया था। इसी तरह 11 जुलाई तड़के सीमा पार से एक के बाद एक दो विस्फोटों की आवाज सुनी गई थी।
हिंसक झड़प में गई छह पुलिसकर्मियों की जान
सीमा पर भड़की इस हिंसा में अब तक असम पुलिस के छह जवानों की जान जा चुकी है और मौके पर तनाव बढ़ा हुआ है। मामले में असम के मुख्यमंत्री सरमा ने ट्विट किया, 'मुझे यह सूचित करते हुए बहुत दुख हो रहा है कि असम-मिजोरम सीमा पर हमारे राज्य की संवैधानिक बॉर्डर की रक्षा करते हुए असम पुलिस के छह बहादुर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना।'
मिजोरम के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री से मांगी मदद
घटना को लेकर मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने ट्वीट किया, 'निर्दोष दंपत्ति कछार के रास्ते मिजोरम वापस जा रहे थे, तभी गुंडों ने यहां तोड़फोड़ की। आप इसे कैसे सही ठहरा सकते हैं?' इसके अलावा उन्होंने घटना का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'अमित शाह जी, कृपया इस मामले को देखें। इसे अभी रोकने की जरूरत है।' इसके बाद गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री से फोन पर बात की और स्थिति पर नजर बनाए रखने को कहा।
यहां देखें मुख्यमंत्री जोरमथंगा द्वारा पोस्ट किया गया वीडियो
असम के मुख्यमंत्री ने भी मांगी गृह मंत्री मदद
इधर, असम के मुख्यमंत्री सरमा ने ट्वीट किया, 'कोलासिब (मिजोरम) के पुलिस अधीक्षक (SP) हमें अपने पद से हटने के लिए कह रहे हैं, तब तक उनके नागरिक न सुनेंगे और न ही हिंसा रोकेंगे। ऐसे में हम सरकार कैसे चला सकते हैं? आशा है गृह मंत्री अमित शाह जल्द से जल्द हस्तक्षेप करेंगे।' वहीं मुख्यमंत्री जोरामथंगा ने लिखा, 'गृह मंत्री के साथ सौहार्दपूर्ण बैठक के बाद असम पुलिस नागरिकों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दाग रही है।'
असम के मुख्यमंत्री ने दिया शांति का संदेश
मिजोरम के मुख्यमंत्री की ओर से पुलिस की असम पुलिस की बर्बरता को लेकर किए गए ट्वीट पर मुख्यमंत्री सरमा ने शांति का संदेश दिया है। उन्होंने लिखा, 'मैंने अभी-अभी मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगाजी से बात की है। मैंने कहा है कि असम हमारे राज्य की सीमाओं के बीच यथास्थिति और शांति बनाए रखेगा। मैंने जरूरत पड़ने पर आइजोल जाने और इन मुद्दों पर चर्चा करने की इच्छा जताई है। मामले का जल्द ही समाधान किया जाएगा।'
गृह मंत्री ने पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की थी बैठक
असम-मिजोरम बॉर्डर पर हिंसा की यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब दो दिन पहले ही गृह मंत्री अमित शाह ने शिलांग में पूर्वोत्तर राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी। इसमें राज्यों की कानून व्यवस्था और सीमा विवाद को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई थी। इस बैठक में मुख्यमंत्रियों ने सभी विवादों का समाधान करने और शांंति बनाए रखने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब सीमा पर उपजा यह विवाद स्थिति बिगाड़ रहा है।