मध्य प्रदेश की कोर्ट ने दूसरी बार ठुकराई कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी की जमानत अर्जी
मध्य प्रदेश के इंदौर में एक कार्यक्रम में हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए गुजरात के स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। मंगलवार को इंदौर के सत्र न्यायालय ने दूसरी बार मुनव्वर और चार अन्य आरोपियों की जमानत याचिका को ठुकरा दिया। इससे पहले शनिवार को हुई सुनवाई में भी कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था।
फारुकी और अन्य को क्यों किया गया था गिरफ्तार?
पिछले शुक्रवार को आयोजित एक हास्य कार्यक्रम में हिंदू देवी-देवताओं सहित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में फारुकी के साथ आयोजकों में शामिल एडविन एंथोनी, प्रखर व्यास, प्रियम व्यास और नलिन यादव को गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ भाजपा विधायक के बेटे एकलव्य सिंह गौड़ ने शिकायत की थी, जिसके आधार पर पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
एकलव्य गौड़ ने जताया था कार्यक्रम में विरोध
बता दें कि हिंदू रक्षक संगठन के प्रमुख एकलव्य ने फारुकी के कार्यक्रम में अपने साथियों के साथ पहुंचे थे। उस दौरान फारुकी के कुछ जोक्स बोलने पर एकलव्य के समर्थकों ने कार्यक्रम को रुकवा दिया और फारुकी पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाया। इसके बाद फारुकी सहित अन्य लोगों को तुकोगंज पुलिस थाने ले गए, जहां शिकायत के आधार पर पुलिस ने पांचों लोगों सहित एक अन्य को भी गिरफ्तार किया गया।
पुलिस को नहीं मिले फारुकी के खिलाफ कोई सुबूत
हालांकि शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत दो वीडियो की जांच के बाद तुकोगंज थानाप्रभारी कमलेश शर्मा ने बताया था कि कॉमेडियन और अन्य आरोपियों के खिलाफ हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के कोई सुबूत नहीं मिले हैं।
फारुकी के अधिवक्ता ने जमानत के लिए दी थी यह दलील
फारुकी के वकील अंशुमान श्रीवास्तव ने कोर्ट में कहा था कि फारुकी के खिलाफ लगाए गए आरोप "अस्पष्ट" हैं और यह कार्रवाई राजनीतिक दबाव में की गई है। दूसरी ओर अभियोजन पक्ष के वकील विमल मिश्रा ने कहा कि अभियुक्तों ने अपमानजनक टिप्पणी करने के साथ कोरोना महामारी के दौर में अधिकारियों की अनुमति के बिना एक कार्यक्रम आयोजित किया। इतना ही नहीं कार्यक्रम में पूरी तरह अश्लीलता भरा था। इस पर कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया।
अन्य कॉमेडियनों ने की फारुकी की गिरफ्तारी की आलोचना
बता दें कि लोकप्रिय कॉमेडियन वरुण ग्रोवर, वीर दास, कनीज सुरखा और रोहन जोशी ने फारुकी के समर्थन में आवाज उठाई है और उनकी गिरफ्तारी की निंदा की। दास ने ट्वीट किया, 'आप चुटकुले और हंसी नहीं रोक सकते। इसलिए नहीं कि कॉमेडियन कार्यक्रम कर रहे हैं, बल्कि इसलिए क्योंकि लोगों को हंसने की जरूरत है।" वरुण ग्रोवर और रोहन जोशी आदि ने भी गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए फारूकी की रिहाई की मांग की है।